क्षेत्र में खुलेआम हो रहा है अवैध उत्खनन नहीं थम रही है कोयला चोरी
*चौकी के सामने से ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से रेत मुरम हो रहा हैं परिवहन*
मुरम और कोयला उत्खनन करते हुए दो लोगों ने गाया था जान
कोल माफिया को सीआईएसएफ का संरक्षण प्राप्त
दीपावली पर्व के बाद से क्षेत्र में कोयला चोरी का अवैध कारोबार शुरू हो जाता है वेकोलि बंद एवं संचालित खदानो से अवैध उत्खनन और कोयला चोरी लोहा चोरी जोरो पर जारी है जिस पर खान प्रबंधन सहित स्थानीय प्रशासन भी रोक लगाने नाकाम साबित हो रहा है जिससे कारण कोल माफिया के हौसले बुलंद है माइंस के आसपास के क्षेत्रों से कोल माफिया के आदमी मजदूरों द्वारा कोयला चोरी कराकर सुनसान इलाकों में एकत्रित किया जाता है फिर उसे महँगे दामो में बेचा जाता हैं क्षेत्र में चल रहे अवैध कोयला के साथ मुरम का काला खेल जोरो पर है लेकिन स्थानीय शासन प्रशासन द्वारा इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जिसके कारण पूर्व में हादसे की वजह से दो मौत हो गई पहली घटना जुलाई 2021को कोल उत्खनन करते समय मुआरी ओसी धाऊ के समीप दबने से मौत हो गई थीं और दूसरी घटना 13 मार्च 2022 को बंद अंबा ओपन कास्ट के नर्सरी में अवैध रूप से मुरम का उत्खनन करते समय दबने के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उपक्षेत्र अंबाड़ा में अवैध मुरम कोल उत्खनन एवं रेत परिवहन जोरों पर जारी है
कोयलांचल काले हीरे का अवैध कारोबार काई गुटो के द्वारा संचालित किया जाता है रात के अंधेरे से लेकर दिन के उजाले में क्षेत्र में चल रहे कोल परिवाहन के लिए बिना नंबर प्लेट के वाहन एवं मोटर साइकिल का उपयोग किया जाता है।मुआरी ओपन कास्ट से मजदूरों द्वारा कोयला निकालकर रात के समय टू व्हीलर से तेज रफ्तार से मुख्य मार्ग शेर परिवहन करते हुए आसपास के ईट भट्टा पर भेजा जा रहा है खानापुर्ति करने के लिए कभी कभी छोटे- बोरी वाले कोयला चोरों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करती है वहीं कार्रवाई के बाद भी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कोयला उत्खनन एवं परिवहन बेखौफ रात के अंधेरे से लेकर दिन से उजाले में चालू है लेकिन सीआईएसएफ और पुलिस प्रशासन क्षेत्र में बड़े माफिया पर कार्यवाही करने से परहेज करते नजर आते है जिससे यह बात प्रत्यक्ष रूप से उजागर होती है की कोयलांचल में काले हीरे के अवैध उत्खनन एवं परिवहन का अवैध काम आज भी बेख़ौफ जारी है समय रहते अगर रोक नहीं लगाई गई तो फिर कोई हादसे का शिकार होगा क्षेत्र वासियों ने अवैध रूप से संचालित हो रहे रेत ,मुरम एवं कोल उत्खनन पर रोक लगाने की मांग की है
*अवैध उत्खनन के दौरान हो चुकी है कई मौतें*
कोयलांचल में कोयला का उपयोग रसोई ईधन के रूप में करने पर लगी पाबंदी के बाद कोयले का अवैध उत्खनन बढ़ गया है।वेकोलि के द्वारा हर साल करोड़ों रुपए सुरक्षा पर खर्चे कर पेंच कन्हान क्षेत्र में कोयला चोरी रोकने के लिए केन्द्रीय औघोगिक सुरक्षा बल की तैनाती के बाद भी बंद एवं संचालित ओपन कास्ट इकलेहरा एवं मुआरी से अवैध उत्खनन कर कोयला निकालने का सिलसिला बढ़ गया है।जिसमें स्थानीय लोगों के अलावा कोयला व्यवसाय से जुड़े लोगों की सक्रिय भूमिकाएं हैं। नवनीत चैनल के दौरान अक्षर दुर्घटना होने पर कई लोगों ने अपनी जान गवा चुके हैं तू कुछ ना स्थाई विकलांग भी हो चुके हैं किंतु कुछ लोग जान जोखिम में डालकर अवैध कोयला उत्खनन करने से पीछे नहीं है ऐसी ही स्थिति इकलेहरा बंद ओसीएम एवं संचालित ओपन कास्ट मुआरी से खुद कुछ असामाजिक तत्व और कोल माफिया मजदूर लगाकर बंद एवं संचालित खदानों अंदर घुसकर कोल उत्खनन करके बाहर निकालकर उसे धाऊ हिंगलाज शीलादेई के आसपास के सुनसान इलाकों में जमा करके इसे टू व्हीलर और फोर व्हीलर वाहनों से गागीबाड़ा,चंदामेटा,बडकुई मोरडोगरी,बुर्रीकला,नौलाखापा, नजरपुर,जमकुंडा क्षेत्र में चल रहे अवैध ईट भट्टो सप्लाई किया जाता हैं
*चौकी के सामने सीसी कैमरे भी सवालों के घेरे में*
क्षेत्र में चल रहे अवैध कारोबार को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है खुलेआम मुख्य मार्ग से रेत एवं मुरम से भरे ट्रैक्टर परिवहन करते देखा जा सकता हैं और रात के समय दर्जनो टू व्हीलर वाहनों के माध्यम से कोयले की रखकर रखकर मुख्य सड़क मार्ग से चौकी के सामने से गुजरते हैं लेकिन पुलिस चौकी के सामने लगे सीसी कैमरे में मुख्य सड़क पर अवैध रूप से चल रही गतिविधियों का केमरे में नजर ना आना कहीं न कही सुरक्षा पर सवालिया निशान लग रहे हैं क्षेत्र वासियों ने चौकी के सामने लगे सीसी कैमरे को चालू कराने की मांग पुलिस अधीक्षक से की है।
*कोल माफिया को मिला बढ़ावा, सीआईएसएफ का संरक्षण प्राप्त*
वेकोलि प्रबंधन द्वारा कोयले चोरी रोकने के लिए केन्द्रीय औघोगिक सुरक्षा बल की तैनाती की गई है जिसके लिये कंपनी के द्वारा इनके वेतन एवं पेट्रोलियम में करोड़ों रुपए की राशि खर्च करती है लेकिन सीआईएसएफ के द्वारा अधिकतर सड़क मार्ग और बाजारों में पेट्रोलिंग करते नजर आती हैं।माफिया और इनके साथ तगड़ी सेटिंग एवं संरक्षण प्राप्त होने के कारण क्षेत्र में संचालित मुआरी ओपन कास्ट एवं अंडर ग्राउंड खदान से कोल माफिया दर्जनो स्थानीय लोगों को लगाकर कोयला बड़ी मात्रा में निकाला जा रहा हैं।और इस कारोबार में शामिल लोगों के द्वारा आदमी लगाकर क्षेत्र में खुलेआम शाम होते ही मुख्य मार्ग से टू व्हीलर से कोल परिवहन किया जाता है कोल माफिया की सेटिंग और तगड़ा नेटवर्क होने के कारण सीआईएसएफ पेट्रोलिंग टीम पहुंचने से पहले इस कारोबार में लिप्त लोगों को खबर हो जाती है जिसके कारण यह अपने परिवहन एवं कारोबार को बंद कर देते हैं। सीआईएसएफ की तैनाती से वेकोलि प्रबंधन को हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी पेंच कन्हान क्षेत्र में कोयला चोरी न रुकने के कारण प्रबंधन को कहीं ना कहीं आर्थिक रूप से दोहरा नुकसान है




