सिवनी 29 नवम्बर 22/ कृषि विज्ञान केंद्र सिवनी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ.एन.के.सिंह के मार्गदर्शन में सिवनी जिले के दो नवाचारी कृषक श्री भुजवल गहलोद एवं श्री मोहन सिंह द्वारा बनाये गए कृषि यन्त्र प्लास्टिक ड्रम के अनुपयोगी ढक्कन से फावड़ा, पी 1, पी 2, पी 3, पी 4 से गहाई उपरांत मुख्य फसलें जैसे धान, सोयाबीन, मक्का, गेहूं आदि को खलियान में या तिरपाल के ऊपर बिछाकर सुखाने या एकत्रित करने जिससे तिरपाल फटती नहीं है साथ ही भुरभुरी मृदा में कूड बना कर साग भाजी लगाने हेतु सहायक है एवं इसका वजन हल्का होने के कारण शरीर में थकावट भी अपेक्षाकृत कम होती है। साथ ही सौर्य ऊर्जा आधारित प्रकाश प्रपंच से समन्वित कीट नियंत्रण एवं कबाड़ के लोहे के पाइप से खाद नियंत्रक यन्त्र द्वारा संतुलित उर्वरकों का उपयोग से लगत कम होगी एवं कृषकों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी। यह प्रस्तुति अटारी जोन 9 निदेशक डॉ. एस.आर.के.सिंह एवं मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ से पधारे वैज्ञानिकों एवं कृषकों के सम्मुख की। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति डॉ प्रमोद कुमार मिश्र द्वारा कृषि विज्ञान केंद्रों की प्रदर्शनी का रिबन काटकर उद्घाटन किया साथ ही उपरोक्त कृषकों ने कृषि विज्ञान केंद्र के सतत मार्गदर्शन हेतु धन्यवाद प्रेषित किया एवं सभी कृषक भाइयों एवं बहनो से कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़े रहने की अपील की


