सुमंगलम सुजलाम के तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी कार्यक्रम में कई देश के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक परम श्रद्धेय पूजनीय श्री मोहन भागवत जी कार्यक्रम के प्रेरणा स्त्रोत श्री सुरेश भैया जी जोशी मुख्यमंत्री श्री शिव राज सिंह जी चौहान , जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत , भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय , नगर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया , मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा मंत्री माननीय मोहन जी यादव संस्कृति पर्यटन अध्यात्म मंत्री मध्य प्रदेश शासन सुश्री उषा ठाकुर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक श्री अतुल जैन महासचिव दीनदयाल शोध संस्थान मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय एवं डॉ जितेंद्र जामदार व कई अधिकारी शामिल हुए विषय विशेषज्ञों ने
पंच महाभूत पर व जल के उपयोग व दुरूपयोग पर चर्चा करी ओर आने वाले समय मे कैसे आम जनता को जागरूक करे व देश विदेश से आए विषय विशेषज्ञ ने अपने जल पर किए गये रिसर्च कार्यों को प्रस्तुत किया किया तथा भारतीय चिंतन एवं दर्शन के आधार पर नो अलग-अलग विषयों पर जल स्रोतों में जल स्तर को बढ़ाने व नदियों को साफ़ रखने की तकनीक पर चर्चा की तथा इसी कार्यक्रम में डॉ शैलेन्द्र शर्मा द्वारा मांडव की जल संरचना पर काफ़ी समय से अध्ययन कर उसे अपनी लेखनीय के माध्यम से पुराने इतिहास तथा जल संरचना व तकनीक को दिखाने के लिए मांडव पर रिसर्च कर डॉक्यूमेंट्री बनाई गई जिसमें एल.एक्स. फ़िल्म प्रोडक्शन के डायरेक्टर एल.एक्स. यादव के द्वारा डायरेक्शन किया गया व वॉइस आर्टिस्ट पंकज सालवी जो कि आर.जे.रेडियो एफ.एम ,क्रीएटिव डायरेक्टर सुश्री श्रद्धा एल.एक्स. यादव , डायरेक्टर ऑफ़ फ़ोटोग्राफ़ी अशोक विश्वकर्मा , सहयोगि श्री कुणाल अग्रवाल , एडिटर सुमित शर्मा तथा इसके प्रेरणा स्त्रोत श्री अतुल जी जैन, महासचिव दीनदयाल शोध, संस्थान नई दिल्ली व मार्ग दर्शक डॉ नरसिंह दास महाराज की उपस्थिति में डॉ राणा प्रीवियस पिंक नासा वैज्ञानिक डॉक्टर एसपी गौतम पूर्व अध्यक्ष केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली समस्त महाजन के अध्यक्ष श्री हरीश भाई शाहजी , श्री मृगेन्द्र सिंह पांचजन्य के संपादक हरिश शंकर जी ,डॉ दिनेश शर्मा कुलपति डॉ भीमराव सामाजिक विश्वविद्यालय मऊ डॉ ध्वनि शर्मा तथा इस जल महोत्सव में इस डॉक्यूमेंट्री रिलिज के बाद सभी अतिथि, प्रतिभागियों व जल विशेषज्ञ ने डॉक्यूमेंट्री व पूरी टीम की सराहना की !


