बैठक में कलेक्टर श्रीमती पटले ने आयुक्त नगरपालिक निगम और उप पुलिस अधीक्षक यातायात को निर्देश दिये कि छिंदवाड़ा शहर में ऑटो स्टैंड के लिये चिन्हित पार्किंग स्थल पर बोर्ड लगायें और स्थल को चिन्हित करें तथा टू व्हीलर व फोर व्हीलर के लिये चिन्हित पार्किंग स्थलों पर वाहनों से पार्किंग शुल्क लिया जाये । इस संबंध में समिति द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रति चार घंटे के लिये दो पहिया वाहन से 5 रूपये और चार पहिया वाहन से 10 रूपया शुल्क लिया जाये। कलेक्टर ने प्री पेड बूथ के संबंध में निर्देश दिये कि सर्वप्रथम ऑटो स्टैंड सुचारू ढंग से संचालित करें और सभी ऑटो स्टैंड पर किराया सूची के बोर्ड लगायें। इसके बाद प्री पेड बूथ स्थापित करने व उनके संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करें । उन्होंने सड़क पर अवैध रूप से खड़े हुये वाहनों के विरूध्द कार्यवाही करने के लिये एक क्रेन किराये पर लेने के निर्देश दिये । इस संबंध में समिति के सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि यातायात को अवरुध्द करने वाले एवं बेतरतीब ढंग से खड़े 4 पहिया वाहन से 500 रूपये और 2 पहिया वाहन से 200 रूपये अर्थदण्ड वसूल किया जाये और वसूल गये अर्थदण्ड से प्राप्त होने वाली राशि से क्रेन का संचालन करने के साथ ही चालान से राशि जमा की जाये। उन्होंने उप पुलिस अधीक्षक यातायात और अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिये कि दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट धारण करने के संबंध में प्रेरित करने के लिये कठोर कार्यवाही करें तथा इस कार्य के लिये सभी शासकीय कार्यालयों में नियमित रूप से दोपहिया वाहन से आने-जाने वाले व्यक्तियों की जांच करें और हेलमेट नहीं पहनने पर चालानी कार्यवाही करें । बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि जिन कार्यालयों में चैकिंग कार्यवाही की जानी है, उसकी सूचना पूर्व से ही समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशित करें। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि सभी कॉलेजों में आने-जाने वाले विद्यार्थियों की हेलमेट चैकिंग की कार्यवाही भी करें। उन्होंने निर्देश दिये कि ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर रिफ्लेक्टर लगाये जाने का कार्य निरंतर जारी रखें और प्रत्येक बैठक में ट्रैक्टर-ट्रॉलियो पर लगाये गये रिफ्लेक्टर की संख्या से समिति को अवगत करायें । उन्होंने निर्देश दिये कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरूध्द विशेष अभियान चलायें तथा सड़क सुरक्षा के संबंध में जनप्रतिनिधियों से सोशल मीडिया के माध्यम से अपील प्रसारित करायें जिससे वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूक किया जा सके।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती पटले द्वारा एन.एच.ए.आई.के अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि जिन सड़कों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं, उन स्थानों पर आवश्यकता के अनुरूप डायवर्सन पुतले का उपयोग करें तथा एम्बुलेंस व रख-रखाव वाहन आवश्यकता के अनुरूप उपलब्ध करायें । उन्होंने निर्देश दिये कि सिवनी रोड पर जो स्पीड ब्रेकर बनाये गये हैं, उनके पूर्व रम्बल स्ट्रिप बनायें जिससे वाहन की गति स्पीड ब्रेकर आने के पूर्व नियंत्रित हो सके और दुर्घटनायें रोकी जा सकें। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री वर्मा द्वारा सुझाव दिया गया कि अनुविभाग स्तर पर सड़क सुरक्षा के लिये गठित उप समिति की सतत बैठक होना चाहिये और अनुविभाग स्तर से प्राप्त होने वाले सुझाव भी इस बैठक में सम्मिलित किये जाना चाहिये जिससे बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकेंगे । इस पर समिति द्वारा सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की गई। उन्होंने बताया कि महादेव मेला में यातायात को व्यवस्थित करने के उद्देश्य से जो वन-वे ट्रैफिक की व्यवस्था की गई थी, वह सफल रही। इसे आगे आने वाले कार्यक्रमों के लिये भी निरंतर जारी रखा जाना चाहिये जिस पर समिति द्वारा सहमति व्यक्त की गई। उन्होंने उप पुलिस अधीक्षक यातायात को निर्देश दिये कि वे पूर्व माह व वर्तमान माह में शराब पीकर वाहन चलाने वाले व्यक्तियों के विरूध्द कितनी संख्या में कार्यवाही की गई, इसे भी प्रकाशित करायें और यह सुनिश्चित करें कि कार्यवाही के आंकड़ों में निरंतर वृध्दि हो । बैठक में उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री सिंह ने बताया कि जिले में सड़क सुरक्षा के लिये किये गये प्रयासों के परिणामस्वरूप पूर्व वर्ष की तुलना में इस वर्ष हुई दुघर्टना में 9.7 प्रतिशत की कमी आई है और घायलों की संख्या में 29.2 प्रतिशत व मृतकों की संख्या में 26.7 प्रतिशत की कमी आई है। इस पर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक द्वारा किये गये प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये इसी प्रकार आगे भी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। बैठक में अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री तेहनगुरिया ने बताया कि पिछले 11 दिनों में 408 ट्रेक्टर ट्रालियों में रिफ्लेक्टर लगाये गये है और यातायात पुलिस के माध्यम से ट्रेक्टर ट्रालियों में रिफ्लेक्टर लगाये जाने की कार्यवाही जारी है जिसमें प्रायवेट संस्था की मदद भी ली जा रही है । उन्होंने बताया कि गत वर्ष 302 शराबी वाहन चालकों के विरूध्द कार्यवाही कर 15 लाख 63 हजार 700 रूपये समन शुल्क वसूल किया गया और 177 वाहन चालकों के ड्रायविंग लायसेंस निरस्त किये गये हैं।

