कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरेन्द्र नारायण के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना के अंतर्गत भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों की जिला स्तरीय प्रतियोगिता शासकीय डेयरी फार्म इमलीखेड़ा में गत दिवस संपन्न हुई । इस प्रतियोगिता में विजेता पशुपालकों को 51000 रूपये का प्रथम, 21000 रूपये का व्दितीय व 11000 रूपये का तृतीय पुरूस्कार प्रदान करने के साथ ही 3 पशुपालकों को सांत्वना पुरूस्कार के रूप में प्रमाण पत्र वितरित किेये गये ।
उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ.एच.जी.एस.पक्षवार ने बताया कि प्रतियोगिता के अंतर्गत जिले के सभी विकासखण्डों से प्रतिदिन के दुग्धोत्पादन के आधार पर गौ-वंश का चयन कर जिला स्तर पर भेजा गया और जिला स्तर पर चयन समिति द्वारा प्रथम 10 गायों का चयन कर जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिये आमंत्रित किया गया जिसमें से 6 गायें प्रतियोगिता में शामिल हुई। प्रतियोगिता में गायों का 12 फरवरी को प्रातः व सायंकाल और 13 फरवरी को प्रातःकाल का दुग्ध मापन चयनित समिति की उपस्थिति में किया गया। प्रतियोगिता में गायों द्वारा तीन समय के दुग्धोत्पादन के औसत दुग्धोत्पादन के आधार पर प्रतिदिन 13.791 कि.ग्रा. (13.389 लीटर) औसत दुग्ध उत्पादन पर जिले के विकासखंड परासिया के ग्राम सिरगोरा के श्री कल्याण पिता नारद यदुवंशी की साहीवाल नस्ल की गाय ने प्रथम स्थान, प्रतिदिन 12.188 कि.ग्रा. (11.833 लीटर) औसत दुग्ध उत्पादन पर जिले के छिंदवाड़ा नगर के वार्ड क्रमांक-35 के श्री रामगोपाल पिता चैतू चौरिया की गिर नस्ल की गाय ने व्दितीय स्थान और प्रतिदिन 11.864 कि.ग्रा. (11.518 लीटर) औसत दुग्ध उत्पादन पर जिले के विकासखंड परासिया के ग्राम बीजागोरा के श्री ललित पिता साबूलाल सूर्यवंशी की साहीवाल नस्ल की गाय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ।इसके अतिरिक्त प्रतिदिन 11.465 कि.ग्रा. (11.131 लीटर) औसत दुग्ध उत्पादन पर जिले के विकासखंड पांढुर्णा के ग्राम नरसला के श्री जनक पिता गुलाव राव बुआड़े की साहीवाल नस्ल की गाय ने चौथा, प्रतिदिन 11.160 कि.ग्रा. (10.835 लीटर) औसत दुग्ध उत्पादन पर जिले के विकासखंड सौंसर के ग्राम बेरडी के श्री चंद्रभान पांडुरंगजी लामसे की गिर नस्ल की गाय ने पांचवां और प्रतिदिन 9.181 कि.ग्रा. (8.914 लीटर) औसत दुग्ध उत्पादन पर जिले के विकासखंड जुन्नारदेव के ग्राम बेरडी के श्री शरद सूबेलाल कुशवाहा की गिर नस्ल की गाय ने छठवां स्थान प्राप्त किया जिन्हें सांत्वना पुरस्कार के रूप में प्रमाणपत्र प्रदान किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के प्रतिनिधि श्री सुधीर कृषक और उप संचालक कृषि के प्रतिनिधि श्री बी.आर.कवड़े उपस्थित थे। योजना के सफल क्रियान्वयन के लिये नोडल अधिकारी डॉ.रविन्द्र नागले के अलावा सिविल सर्जन डॉ.उमेश निरापुरे, सहायक संचालक डॉ.महेन्द्र मौर्य, डॉ.पंकज माहोरे डॉ.कृष्णा पेन्द्रे, सर्वश्री विजय नेमा, महेश सुलखिया, विजेन्द्र वर्मा, राजेन्द्र श्रीवास्तव, सुनील सोनकेसरिया, विनोद चौधरी, पिलाजी पवार व अन्य अधिकारी/कर्मचारियों का सहयोग रहा।


