श्री कृष्ण रुक्मणी का विवाह हुआ संपन्न
जुन्नारदेव ----- नगर के वार्ड क्रमांक 2 श्रद्धा लाॅन चिकलमऊ रोड पर योगेश्वर साहू परिवार द्वारा दिनांक 22 अप्रैल से प्रारंभ संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान सप्ताह के छठवें दिन कथावाचक पंडित ललित किशोर दधिच हरदा द्वारा कथा के दौरान चीरहरण महारास लीला कान सुधार कालयवन वध द्वारकापुरी निर्माण और रुक्मणी श्री कृष्ण मंगल विवाह की कथा का बखान किया गया। भागवत आचार्य द्वारा रासलीला कथा के दौरान बताया गया कि भगवान प्रेम के बस में बंधे होते हैं श्रीकृष्ण भी गोपियों के प्रेम में इस तरह बंधे रहे कि अपनी योग माया से 6 माह तक दिन नहीं उगने दिया और 6 माह तक रात्रि में गोपियों के साथ रास लीला रचाई श्री कृष्ण ने प्रेम की सच्ची परिभाषा को चरितार्थ किया जहां पर भक्त और भगवान की अनूठी भक्ति और प्रेम का उदाहरण दिखा। श्री कृष्ण द्वारा कंस वध कंस को मोक्ष प्रदाय किया गया। श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह का वृतांत सुनाते हुए भगवत आचार्य द्वारा बताया गया कि भगवान श्री कृष्ण ने रुकमणी का हरण कर उनसे विवाह रचाया रुक्मणी कृष्ण विवाह की झांकी भी प्रस्तुत की गई भागवत कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भागवत कथा श्रवण के लिए उपस्थित हुए 28 अप्रैल शुक्रवार को भागवत कथा का समापन के साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है साहू परिवार से जयवंती साहू अंजू साहू योगेश्वर साहू पवन साहू एवं समस्त साहू परिवार में नगर की धर्म प्रेमी जनता से अंतिम दिन भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने का आग्रह किया है।

