सच की आंखें न्यूज़ छिंदवाड़ा:-पंचायतों में कराए जा रहे निर्माण कार्यो में पारदर्शिता लाने के लिए पंच परमेश्वर ऐप पर पंचायतों को मिलने वाली राशि मद वार और खर्च होने पर बिल की कॉपी डाली जाती है। लेकिन मोहखेड पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बदनूर में ऐप पर डाले गए बिल में जीएसटी नबंर नहीं है। ज्यादातर भुगतान बाउचर पर किए गए हैं। इसके साथ ही बिल की कॉपी ब्लर कर ऐप पर डाली गई है, ताकि बिल अपठनीय रहे। ऐसे में पारदर्शिता केवल दिखावा के लिए रह गई. ग्राम पंचायत में बिल की हेराफेरी का काम बहुत तेजी से बढ़ रहा है आनलाइन पोर्टल पर पंचायत के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा जानबूझकर धुंधले बिल डाले जा रहे हैं जिसमें ना ही साफ साफ बिल भुगतान की राशि दिखती है और ना ही फर्म का नाम दिखाई देता है परंतु इस धांधली पर ना ही शासन ध्यान दे रहा है और ही जिला पंचायत में बैठे अधिकारी , लाखों-हजारों के बिलो को धुंधला कर के धड़ल्ले से पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है जनता की सुविधा के लिए बना आनलाइन पोर्टल पर भी धांधली, आखिर कब तक शासन द्वारा आम जनता की सुविधा और पंचायत द्वारा भुगतान की जानकारी को पारदर्शी बनाने हेतु पंचायत पोर्टल पर बिल अपलोड किए जाते हैं परंतु अब इन पोर्टल पर भी जनता को गुमराह कर के शासन के लाखों रूपये की होली जलाई जा रही है प्रशासन को चुनौती देते हुये धुंधला बिल लगाती हैं धुंधले बिल से यह जाहिर नहीं हो पाता है, कि बिल सही लगा है या गलत आखिर उपर बैठे उच्चाधिकारी इसको रोक क्यों नहीं पा रहे हैं, यह भी एक बडा सवाल है , कि कहीं उच्चाधिकारियों की रजामंदी से यह सब तो नहीं हो रहा है, शायद इसी वजह से उच्चधिकारी मौन रहते हैं, उपर बैठे अधिकारी पंचायतों के कर्मचारियों के काले कारनामों या धुंधले बिल की कभी जांच तक नहीं करते है,कुल मिलाकर कार्यवाही न होना अधिकारियों के कमीशन की तरफ इशारा करता है।
मैं दिखवाता हूं, जहां भी बिल में गड़बड़ी की गई है, जांच करके कार्रवाई की जाएगी।
कैलाश धुर्वे, पंचायत इंस्पेक्टर,जनपद पंचायत मोहखेड

