सीबीएसई प्रायवेट स्कूल द्वारा डेवलपमेंट शुल्क के नाम पर 3600 रुपए पालकों से वसूली की जा रही है। वही प्रति वर्ष 10 प्रतिशत ट्यूशन फीस बढ़ाकर 1210 से 1330 एव टर्म फीस 4800 रुपए बढ़ा कर वसूली कर दिया है। वही बच्चो की सुविधा के नाम पर केवल दिखावा है।हजार छात्रों पर एक स्पोर्ट्स टीचर एक म्यूजिक टीचर एक कमरे में केवल दिखावे के लिए म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट रखे हुए है।आधे से ज्यादा टीचर सी बी एस सी पैटर्न पढ़ाने प्रशिक्षित नही है। क्योंकि जब वह पढ़े तब क्षेत्र में प्राइवेट सी बी एस सी पैटर्न था ही नहीं बच्चो के सर्वांगीण विकास स्कूल में हो इसीलिए पालक इतनी फीस देकर अपने बच्चो को सरकारी में पढ़ाता है। पर इस स्कुल में यहा पालकों से वसूली के सिवाय दूसरा कोई काम नही है।साल भर प्रोजेक्ट के नाम पर तो सेमिनार के नाम पर तो एन एस एस कैंप के नाम पर ट्रीप के नाम पर वार्षिकोत्सव की वेशभूषा के नाम पर तो स्पोर्ट्स के नाम पर तो अन्य एक्टिविटी के नाम पर पालकों से वसूली की जाती है।मनमानी को रोकने पालकों द्वारा अनुविभागीय अधिकारी के नाम पर तहसीलदार महोदया को ज्ञापन सौंपा गया।कार्यवाही नही होने पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे
ज्ञापन सौंपते सद्भावना मंच से प्रदीप कालबांडे, कांग्रेस कार्यकर्ता,संदीप भकने, मोंटू चौरसिया,रामशिला सूर्यवंशी,सविता हिंगवे,विजय महोरे,जगत जैसवाल,दिनेश सूर्यवंशी, कुम अंसारी,राहुल
डॉइजाड,अनिल राथोड ,राकेश कापसे, वहीद खान,सुनील बनकर, सहित बड़ी संख्या में पालक उपस्थित थे।

