बंधा ताल में जमकर उमड़ा जन सैलाब
जुन्नारदेव ----- नगर में प्राचीन काल से चली आ रही भुजलिया पर्व मनाने की परंपरा इस वर्ष भी निभाई गई जहां पर नगर के बंधा ताल में दोनों और के लोगों द्वारा नदी के बीचो-बीच जमकर भादो खेला गया। नदी के एक और सुकरी और दूसरी और पुरानी बस्ती की महिलाओं के बीच भुजलिया का मुकाबला आकर्षण का केंद्र रहा जहां एक दूसरे को छिटाकशी करते हुए महिलाओं की परंपरागत लड़ाई लोगों को जमकर गुदगुदाते नजर आई। वही इस पर्व को अच्छी फसल के रूप में भी देखा जाता है जहां पर मुझे लिया अच्छी उगाने पर अच्छी फसल का होना माना जाता है वहीं कुछ लोग इसे आल्हा और उदल की वीरता और शौर्य की निशानी के रूप में याद करते हैं मुख्ता बुंदेलखंड का यह पर वर्तमान में मध्य प्रदेश में प्रत्येक जिले में मनाया जाता है नगर में भी प्रतिवर्ष हर्षोल्लास के साथ भुजरिया पर मनाया जाता है जहां पर एक दूसरे को भुजलिया देखकर छोटे बड़ों का आशीर्वाद भी प्राप्त करते हैं।

