जिले में गठित हुई जिला स्तरीय समिति के अलावा पांढुर्ना व सौसर दोनों विकासखंडों में अलग-अलग खंड स्तरीय समितियां भी गठित की गई ।
मध्यप्रदेश शासन के लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के निर्देश पर शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में कलेक्टर पांढुर्णा द्वारा स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समिति का गठन किया गया है । पांढुर्ना जिला स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समिति के साथ पांढुर्ना और सौसर के सिविल अस्पतालों में खंड स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समितियां गठित की गई है। जिला स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समिति में कलेक्टर पुलिस अधीक्षक मुख्य नगर पालिका अधिकारी सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी छिंदवाड़ा/ पांढुर्ना, स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ.छाया चौहान व मेट्रन को सदस्य नियुक्त किया गया है।
इसी प्रकार पांढुर्ना विकासखंड में गठित खंड स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समिति में एसडीएम पांढुर्ना, एसडीओपी पांढुर्ना, सीएमओ नगर पालिका पांढुर्ना और पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी छिंदवाड़ा/पांढुर्ना, बीएमओ पांढुर्ना, स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ.छाया चौहान व मेट्रन को सदस्य बनाया गया है।
वहीं सौसर विकासखंड में गठित खंड स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समिति में एसडीएम सौसर, एसडीओपी सौसर, सीएमओ नगर पालिका सौसर और पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी छिंदवाड़ा/पांढुर्ना, बीएमओ सौसर, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ.पूनम सिंह व मेट्रन को सदस्य बनाया गया है।
पांढुर्ना जिले में गठित हुई जिला स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समिति में नियुक्त सदस्य कलेक्टर अजय देव शर्मा व पुलिस अधीक्षक सुंदरसिंह कनेश ने पांढुर्ना के सिविल अस्पताल का अवलोकन कर सुरक्षा से संबंधित बिंदुओं की जांच कीं। जिसमें पाया कि अस्पताल परिसर के सामने की ओर दो विद्युत पोल लगे है, पर इन पर लगे बल्ब खराब होने के कारण बाउंड्रीवॉल की तरफ अंधेरा छाया रहता है। इसी प्रकार अस्पताल के दांए और पिछले भाग में दो विद्युत पोल पर बल्ब नहीं पाए गए। अस्पताल के सीसीटीवी कंट्रोल रूम के साथ-साथ परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के निरीक्षण के दौरान एक कैमरे का डिस्प्ले ठीक नही मिला। प्रथम व द्वितीय तल के कॉरिडोर में प्रकाश व्यवस्था पर्याप्त नही मिलने पर इसके सुधार के निर्देश दिए गए। साथ ही दांहिने कॉरिडोर के अंतिम छोर पर सीढ़ी के आसपास प्रकाश व्यवस्था किए जाने और पूर्व से बनी व्यवस्था को रात्रि में सुचारू रखने के भी निर्देश दिए गए। इसके अलावा अस्पताल में सीसीटीवी कैमरों का कवरेज बढ़ाने को लेकर सिविल अस्पताल संबंधी सुरक्षा समिति द्वारा बताए गए आवश्यक स्थानों पर अतिरिक्त कैमरे लगाने के भी दिशा-निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने अस्पताल में नियुक्त किए गए प्राईवेट गार्डस् से चर्चा कीं। साथ ही अस्पताल परिसर के मुख्य द्वार पर गार्ड के बैठने व काउंटर बनाए जाने के निर्देश एसडीएम व बीएमओ को दिए। निरीक्षण के दौरान जो खामियां पाई गई उनके सुधार के लिए आवश्यक कार्रवाई का प्रतिवेदन सात दिवस के भीतर जिला स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समिति को देने कहा गया।

