पांढुर्ना |पहले पांढुर्ना तहसील था, तो यहाँ यातायात व्यवस्था थोड़ी लाचार थी |परन्तु अब पांढुर्ना जिला बन चूका है, एवं प्रशासन द्वारा यातायात को सुधारने के काफ़ी प्रयास भी किये जा रहे है, परन्तु बहुत दिनों से यातायात विभाग की कोई कार्यवाही नहीं होने से प्रशासन का डर मानो ख़तम सा हो गया है, एवं वाहनों मे क्षमता से अधिक वहन होने लगा है,|कोई बड़ी दुर्घटना होने पर हम प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते है, परन्तु क्या हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती |वही दूसरी ओर पुलिस बल कम होने का फायदा भी उठाया जा रहा है |जो हानिकारक है |

