-नकुलनाथ ने किया न्याय यात्रा का नेतृत्व, ट्रैक्टर चलाते कलेक्ट्रेट पहुंचे
छिन्दवाड़ा:- मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने दशहरा मैदान से हरी झण्डी दिखाकर विशाल किसान न्याय यात्रा को रवाना किया इसके पूर्व उन्होंने सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर लेकर उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुये कहा कि भाजपा किसानों की बात नहीं करती, बेरोजगारी की बात नहीं करती, किन्तु राहुल जी की आलोचना कर ध्यान मोड़ने की राजनीति करती है।
श्री कमलनाथ ने अपने उदबोधन में आगे कहा कि आज देश में सबसे बड़ी समस्या पीड़ित किसान, भटकते नौजवानों की है पर भाजपा इन विषयों पर बात नहीं करती। एक चुनाव पर बात करती है, हम भी चाहते हैं कि एक चुनाव हो किन्तु व्यवहारिक तौर पर यह संभव नहीं है, यह तो भाजपा ने एक खिलौना छोड़ा है जिसमें जनता को असल मुद्दों से भटकाया जा सके। श्री नाथ ने कहा कि आज न्याय यात्रा में सम्मिलित होकर गौरव महसूस कर रहा हूं। उन्होंने जिले व प्रदेश के समस्त किसानों को आश्वस्त करते हुये कहा कि कांग्रेस किसान हित में लड़ाई लगातार जारी रखेगी और अन्नदाताओं को न्याय दिलायेगी।
किसान न्याय यात्रा दशहरा मैदान से प्रारंभ होकर जिला अस्पताल होते हुये अनगढ़ हनुमान मंदिर पहुंची जहां कांग्रेस ने माथा टेका और किसानों की समस्याओं को सुझाने हेतु भाजपा सरकार को सदबुद्धि देने प्रार्थना की। फव्वारा चौक से होते हुये इंदिरा तिराहा पर स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी जी व सत्कार तिराहा पर बाबा साहेब अम्बेड़कर व महाराणा प्रताप को नमन करते हुये “जय जवान जय किसान”का नारा बुलंद करते हुये कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा कलेक्ट्रेट पहुंची जहां श्री नकुलनाथ के नेतृत्व में पंद्रह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रस्तुत किया गया जिसमें अतिवृष्टि में सोयाबीन, मक्का व अन्य फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिया जावे, बिजली कटौती बंद कर दिन के समय किसानों को बिजली दी जावे, किसानों को सफल बीमा योजना की राशि दी जाये। किसानों को अविवादित नामांतरण व बटवारा प्रकरणों को समय सीमा पर निराकरण किया जाये। फसल लोन माफ किया जाये, सोयाबीन का खरीदी मूल्य 6 हजार प्रति क्विंटल करने, यूरिया की कालाबाजारी रोकने, किसानों को पर्याप्त डीएपी उपलबध कराने, नकली व महंगा बीज किसानों को मिल रहा है इसे बंद करने, सब्सिडी राशि खाते में दी जावे, मंडी समिति एवं सहकारिता के चुनाव कराये, खेत सड़क योजना में कार्य करे, किसानों को मूंग खरीदी राशि का भुगतान किया जाये, किसानों से बिजली बिलों की जबरन वसूली करने व कनेक्शन कट करने पर तत्काल रोक लगाई जावे।
आयोजित किसान न्याय यात्रा को सम्बोधित करते हुये श्री नकुलनाथ ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल की याद दिलाते हुये कहा तब किसानों को यूरिया खाद की एक बोरी 50 किलो की 242 रुपये में मिलती थी। भाजपा की सरकार आई तो यूरिया की एक बोरी 40 किलो और दाम दोगुने किये और 10 किलो यूरिया के दाम भाजपा के नेता पचा गये। डीएपी खाद 12.50 रुपये प्रति बोरी खरीदने पर 500 रुपये मूल्य की एक अतिरिक्त सामग्री भी खरीदनी पड़ रही। इस प्रकार प्रति बैग का मूल्य 17.50 रुपये हो गया।
भाजपा ने की वादाखिलाफी:-
श्री नकुलनाथ ने आगे कहा कि कांग्रेस की सरकार में डीजल का मूल्य प्रति लीटर 55 रुपये था, जबकि आज भाजपा की सरकार में प्रति लीटर डीजल का दाम 93.68 रुपये हैं। प्रदेश में श्री कमलनाथ जी की सरकार के दौर में मक्का 2000 से 2300 रुपये प्रति क्विंटल तक बिका, वही भाजपा की सरकार में मक्का 900 से 1100 रुपये प्रति क्विंटल तक बेचने को मजबूर है। इतने कम दाम में किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पायेगा। भाजपा ने विधानसभा चुनाव से पहले किसानों से वादा किया था कि गेहूं की उपज 2700 रुपये प्रति क्विंटल व धान की उपज 3100 रुपये प्रति क्विंटल खरीदेगी। भाजपा अपने वादे से मुकर गई यह बात तो सभी किसान जानते हैं।