"घोरावाड़ी में दिन भर चला दुर्गा विसर्जन, अव्यवस्थाओं से परेशान ग्रामीणों ने की स्थायी घाट की मांग"
मनेश साहू संपादक घोरावाड़ी, करमोहनीबंधी— रविवार को घोरावाड़ी के तालाब में दुर्गा जी की प्रतिमाओं का विसर्जन पूरे दिन चलता रहा, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया। परंतु, अव्यवस्थाओं के कारण भक्तों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। विसर्जन स्थल पर उचित घाट न होने से विसर्जन की प्रक्रिया में बाधा आई और श्रद्धालुओं को तालाब में उतरने में मुश्किलें हुईं।
स्थानीय ग्रामीणों ने विसर्जन स्थल की दयनीय स्थिति पर नाराज़गी जताते हुए ग्राम पंचायत से तालाब का सौंदर्यकरण और स्थायी घाट की मांग की है। विसर्जन में शामिल ग्रामीण रामकिशोर पटेल ने कहा, "हर साल हमें ऐसी ही समस्याओं का सामना करना पड़ता है। न तो घाट की कोई व्यवस्था है और न ही कोई सुरक्षा। यह धार्मिक आस्था से जुड़ा कार्यक्रम है, प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।"कई ग्रामीणों ने बताया कि तालाब की दशा इतनी खराब है कि न केवल विसर्जन में कठिनाई होती है, बल्कि पर्यावरणीय नुकसान भी हो रहा है। श्रद्धालु भीगते हुए मिट्टी और काई से भरे तालाब में विसर्जन के लिए उतरने को मजबूर हुए।
दुर्गा पूजा समिति के सदस्य राकेश वर्मा ने कहा, "हम हर साल यहां दुर्गा जी का विसर्जन करते हैं, लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा। हम मांग करते हैं कि अगले साल से पहले विसर्जन स्थल का सौंदर्यकरण और घाट का निर्माण किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को सुविधा हो और विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से हो सके।"स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों की मांगों पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।