सिंगाजी बाबा के दरबार में चढ़ाए गए निशान
भजन की शानदार प्रस्तुति दी गई
महाप्रसाद पाने उमड़ा जनसैलाब
जुन्नारदेव (खैरवानी) --- विकासखंड से लगभग 4 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत खैरवानी के सिंगाजी बाबा के दरबार में शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ भक्तों ने निशान और घी चढ़ाए। सिंगाजी बाबा के भक्त इस दिन अपने परिवार और मवेशियों को विपत्तियों से बचाने और कारोबार में उन्नति की कामना लेकर दरबार में आते हैं।
संत सिंगाजी महाराज, जिन्हें गौली समाज का तारणहार माना जाता है, ने अपने 40 वर्षों के जीवन में कई चमत्कार किए, जिससे उनकी पूजा आज भी की जाती है। बाबा की कृपा से भक्तों का विश्वास है कि हर संकट में वह उनकी मदद करते हैं। इसी आस्था के चलते शरद पूर्णिमा के दिन खैरवानी और आसपास के 30 से 50 किलोमीटर दूर के ग्रामीण क्षेत्रों से सैकड़ों श्रद्धालु सिंगाजी बाबा के दरबार में निशान और प्रसाद चढ़ाने आते हैं।
दिनभर हवन-पूजन का आयोजन होता है और रात्रि 12 बजे के बाद समिति द्वारा खीर और दूध उठाकर प्रसाद के रूप में भक्तों में वितरित किया जाता है।
धार्मिक परंपराएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम
शरद पूर्णिमा के इस पर्व पर सिंगाजी बाबा के दरबार में ग्रामीण भक्तों ने भजन की प्रस्तुति दी, जो पूरे दिन चलती रही। इस दौरान नवयुवकों की टोली ने भगवा वस्त्र धारण कर चमत्कारी हनुमान मंदिर से शिव मंदिर होते हुए सिंगाजी बाबा के दरबार तक ढोल-ताशों और डीजे के साथ रैली निकाली।
महाप्रसाद का आयोजन
संत सिंगाजी बाबा के दरबार में सार्वजनिक समितियों के तत्वाधान में महाप्रसाद का भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें देर रात तक बड़ी संख्या में ग्रामीण और श्रद्धालु शामिल हुए। प्रसाद ग्रहण करने के बाद, दूध उठाकर खीर का वितरण किया गया।
शरद पूर्णिमा की इस रात को धार्मिक आस्था के साथ मनाया गया, जिसमें चंद्रमा की किरणों को अमृत समान माना गया और जगह-जगह दूध और खीर का वितरण किया गया।