जुन्नारदेव, 22 अक्टूबर 2024 – छिंदवाड़ा जिले में लोकायुक्त की टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश कुमार सेमिल को 20,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई विकासखंड दातलावादी के कार्यालय में हुई, जहाँ डॉ. सेमिल ने आवेदक सुरेश यदुवंशी से रिश्वत की मांग की थी।
आवेदक सुरेश यदुवंशी, जो कि ग्राम जमकुंडा के निवासी और एक गौ सेवक हैं, ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2021-22 में शासकीय योजना के तहत राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम में गोवंशीय और भैंसवंशीय पशुओं के कृत्रिम गर्भाधान का कार्य किया था। इस कार्य के लिए उन्हें 45,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि मिली थी। हालाँकि, डॉ. योगेश कुमार सेमिल ने इस राशि में से 25,000 रुपए कमीशन के रूप में मांग की थी, जो कि पूरी तरह से अवैध थी।
सुरेश यदुवंशी ने इस संदर्भ में लोकायुक्त को शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद जांच की गई और आज लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए डॉ. सेमिल को 20,000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। टीम में इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, मंजू किरण तिर्की, नरेश बेहरा और पांच अन्य सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस गिरफ्तारी ने क्षेत्र में सरकारी अधिकारियों द्वारा रिश्वत मांगने की प्रथा को उजागर किया है, जो विकास कार्यों और समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा संकेत है। डॉ. योगेश कुमार सेमिल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकारी सेवाएं नागरिकों के प्रति पारदर्शिता और ईमानदारी से प्रदान की जाएं।
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में गहरी चिंता पैदा की है और सभी को एकजुट होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता महसूस कराई है।