जुन्नारदेव: लगातार विवादों में घिरी भाजपा नीत नगरपालिका परिषद एक बार फिर अपनी लचर कार्यशैली के कारण चर्चा में है। नपा में पाइप, सड़क, फिनायल, और फिटकरी घोटालों के बीच अब अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर पार्षदों के बीच आपसी खींचतान का मामला सामने आया है।
भाजपा के पार्षद और सभापति राजेंद्र सूर्यवंशी ने नगर पालिका को अतिक्रमण हटाने के लिए 7 दिनों का समय दिया है। यदि समय सीमा के भीतर कार्रवाई नहीं की गई, तो वे धरने पर बैठने का फैसला कर चुके हैं। पार्षदों का कहना है कि नपा की कार्रवाई पक्षपातपूर्ण और द्वेषपूर्ण है, जिससे उनका विश्वास कमजोर हो रहा है।
इस समय शहर में अतिक्रमण की समस्या गंभीर रूप ले चुकी है। नपा द्वारा कुछ विशेष व्यक्तियों को नोटिस थमाए जाने की वजह से नया विवाद खड़ा हो गया है, जबकि अन्य अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
त्यौहारों के समय, जैसे दीपावली, शहर में अतिक्रमण के कारण यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होती है, जिससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
संकट मोचन हनुमान मंदिर के पास के अतिक्रमण ने भक्तजनों के लिए असुविधा पैदा कर दी है। मंदिर समिति ने नपा प्रशासन से दुकानों को स्थानांतरित करने की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
भाजपानीत परिषद की यह असफलता न केवल पार्टी की साख को प्रभावित कर रही है, बल्कि शहर की जनता के विश्वास को भी कमजोर कर रही है। अब देखना है कि भाजपा अपने ही पार्षदों के बीच इस अंतर्विरोध को कैसे सुलझाती है।