. नल-जल योजना ठप: प्रशासनिक टीम जांच के लिए गांव पहुंची, जल्द समाधान का वादा
गंदा पानी पीने से बीमार ग्रामीण, नल-जल योजना बहाल करने पहुंचे अधिकारी
ग्राम तेलीबट के हेटी कुडीपार में पानी की समस्या, प्रशासन ने लिया संज्ञान
जुन्नारदेव (तेलीबट)। नल-जल योजना के ठप होने से परेशान ग्राम पंचायत तेलीबट के वार्ड नंबर 11 और 12 के हेटी कुडीपार में पिछले छह महीनों से पेयजल की गंभीर समस्या बनी हुई थी। ग्रामीणों की शिकायतों और मीडिया रिपोर्ट्स के बाद प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लिया और स्थिति का जायजा लेने के लिए अधिकारियों की एक टीम को मौके पर भेजा।
गंदा पानी पीने से ग्रामीणों में बीमारियों का खतरा बढ़ा
ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि नल-जल योजना ठप होने के कारण वे गंदे और असुरक्षित जल स्रोतों जैसे कुएं, नदियों और नालों पर निर्भर हो गए हैं। इससे ग्रामीणों में पेट संबंधी बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा तेजी से बढ़ गया है। गांव के प्रमुख लोगों ने प्रशासन को बताया कि समस्या की जानकारी कई बार सरपंच और सचिव को दी गई, लेकिन उनकी अनदेखी के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अधिकारियों ने मौके पर की जांच, जल्द समाधान का आश्वासन
जैसे ही प्रशासन को इस समस्या की गंभीरता का पता चला, संबंधित अधिकारी तुरंत गांव पहुंचे। मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने पानी की आपूर्ति व्यवस्था की जांच की और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। जांच के बाद अधिकारियों ने नल-जल योजना की खामियों को दुरुस्त करने और जल्द से जल्द पानी की आपूर्ति बहाल करने का आश्वासन दिया।
अधिकारियों ने तत्काल राहत के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पानी के टैंकर भेजने का आदेश दिया और सरपंच व पंचायत सचिव की जिम्मेदारी और लापरवाही की जांच शुरू कर दी है।स्थायी समाधान की मांग पर ग्रामीणों ने जताई संतुष्टि
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से ग्रामीणों में कुछ राहत का अहसास हुआ, लेकिन उन्होंने स्थायी समाधान की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही स्वच्छ पेयजल की स्थायी आपूर्ति बहाल नहीं की गई तो स्थिति फिर से विकट हो सकती है।