छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश:
प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ, छिंदवाड़ा ने सोमवार को जिला पंचायत कार्यालय में अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। महासंघ ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत चल रहे स्व सहायता समूहों और साझा चूल्हा परियोजना के तहत भुगतान में हो रही देरी और अन्य समस्याओं को उजागर किया।
समस्याएं और मांगे:
महासंघ ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई योजनाएं, जैसे स्व सहायता समूह और साझा चूल्हा परियोजना, प्रशासनिक लापरवाही के कारण प्रभावित हो रही हैं।
भुगतान में देरी: महिलाओं द्वारा संचालित इन समूहों को उनके कार्य का पारिश्रमिक महीनों से नहीं मिला है, जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
भविष्य की योजनाओं पर असर: भुगतान न होने के कारण कई समूह अपनी सेवाएं जारी रखने में असमर्थ हो रहे हैं, जिससे गरीब और वंचित वर्गों को सहायता मिलनी मुश्किल हो रही है।
महासंघ ने ज्ञापन में मांग की कि इन समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए और भुगतान प्रक्रिया को सरल व समयबद्ध बनाया जाए।
महासंघ का बयान:
महासंघ की अध्यक्ष ने कहा, "हम वर्षों से राज्य सरकार और विभाग के भरोसे ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन की अनियमितता और देरी ने हमारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। यदि हमारी मांगें जल्द पूरी नहीं होती हैं, तो हम बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।"
जिला प्रशासन का आश्वासन:
जिला पंचायत के अधिकारियों ने महासंघ की समस्याओं को गंभीरता से सुना और जल्द ही समाधान का आश्वासन दिया।
महासंघ की अपील:
प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ ने पंचायत विभाग और राज्य सरकार से अपील की है कि वह महिलाओं को उनका अधिकार दिलाने में मदद करें और भुगतान प्रक्रिया को नियमित करें ताकि ये समूह अपने कार्य को सुचारू रूप से जारी रख सकें।
महासंघ की इस पहल को जिलेभर के महिला समूहों का समर्थन मिला है, और सभी ने मिलकर अपनी मांगों को मजबूती से रखा है।

