छिंदवाड़ा जिले के एकलव्य विद्यालय तामिया के बालक छात्रावास से बीते 16 नवंबर को फरार हुए दो छात्र घनश्याम और दीपेश को आखिरकार खोज लिया गया है। दोनों बच्चों को सोमवार को मटकुली के पास पकड़ा गया। विद्यालय परिवार, शिक्षा विभाग, और पुलिस प्रशासन इन लापता बच्चों की तलाश में लगातार जुटे हुए थे।
घटनाक्रम का विवरण
विद्यालय के प्राचार्य राजेश कुशवाह के निर्देशन में अधीक्षक रमेश मर्सकोले, सुनील केचे, अशोक खबरे, और मनजीत पवार की टीम ने इन बच्चों को खोजने के लिए लगातार प्रयास किया। बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट तामिया थाने में दर्ज की गई थी।
बच्चों ने कैसे बिताए ये दिन?
बच्चों ने पिपरिया में बाबा टेंट हाउस पर मजदूरी की। वे 300 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से काम कर रहे थे और करीब 10 दिन वहीं रहे। इसके बाद वे मटकुली की ओर चले गए, जहां उन्हें पेड़ के नीचे बैठा हुआ पाया गया।
बच्चों की काउंसलिंग
दोनों बच्चों को तामिया लाकर बीईओ कार्यालय में काउंसलिंग की गई। उनके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए परामर्श दिया गया।
प्रशासन और विद्यालय की मुस्तैदी
इस पूरे घटनाक्रम में अधीक्षक रमेश मर्सकोले और उनकी टीम का प्रयास सराहनीय रहा। बच्चों की तलाश में पचमढ़ी और आसपास के क्षेत्रों में लगातार खोजबीन की गई।
समाज के लिए संदेश
इस घटना ने छात्रों की सुरक्षा और उनकी भावनात्मक आवश्यकताओं पर ध्यान देने की आवश्यकता को उजागर किया है। विद्यालयों को छात्रों की समस्याओं को समझने और उन्हें सही मार्गदर्शन देने की ओर और अधिक सक्रियता दिखानी चाहिए।

