छिंदवाड़ा के मोहन नगर स्थित सतपुड़ा विधि महाविद्यालय में अंतर पीढ़ीगत समन्वय और समाजिक संवेदनशीलता पर आधारित एक दिवसीय जागरूकता और संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। सरस्वती वंदना की मधुर प्रस्तुति से वातावरण में ज्ञान और पवित्रता का संचार हुआ।
प्रथम सत्र:
कार्यक्रम के पहले सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में जिला एवं सत्र न्यायालय, छिंदवाड़ा के वरिष्ठ अधिवक्ता सतीश देशपांडे उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को कानून और न्याय से संबंधित मूलभूत पहलुओं पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। साथ ही, उन्होंने विद्यार्थियों को समाज और न्याय प्रणाली के प्रति अपने कर्तव्यों के बारे में जागरूक किया।
द्वितीय सत्र:
दूसरे सत्र में गोधूली वृद्धाश्रम के संचालक और वरिष्ठ समाजसेवी प्रीतम चौरिया ने अपने प्रेरक विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने छात्रों को बुजुर्गों के प्रति सम्मान, सहानुभूति और उनकी देखभाल में समाज की भूमिका पर प्रकाश डाला। यह सत्र विशेष रूप से विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक रहा।
मुख्य अतिथि:
इस कार्यक्रम में सतपुड़ा एजुकेशन सोसाइटी के सचिव अरविंद राय और गोधूली वृद्धाश्रम के सचिव प्रशांत इंगले मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को इस तरह के आयोजनों की महत्ता समझाई और उन्हें जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया।
विद्यार्थियों की भागीदारी:
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने वक्ताओं के विचारों से प्रेरणा लेकर समाज में संवेदनशीलता और समन्वय स्थापित करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस आयोजन ने न केवल विद्यार्थियों को समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया, बल्कि उन्हें एक बेहतर नागरिक बनने के लिए प्रेरित भी किया।

