सच की आंखें: सौसर
सातनुर से सावंगा सड़क की दुर्दशा पर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा
ओवरलोड रेत डंपरों से बर्बाद सड़क पर ग्रामीणों ने किया चक्का जाम
सौसर: सातनुर से सावंगा के बीच की जर्जर सड़क की समस्या ने गुरुवार को उग्र रूप ले लिया। ग्रामीणों ने सड़क की दुर्दशा और प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि ओवरलोड रेत से भरे डंपरों के कारण यह सड़क पूरी तरह से टूट गई है, जिससे रोजमर्रा की आवाजाही बेहद मुश्किल हो गई है।
हादसे ने भड़काया गुस्सा
गुरुवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे में युवक के हाथ-पैर टूट गए, जिससे ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने रेत घाट की चौकियों को आग के हवाले कर दिया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
विधायक का आश्वासन, आंदोलन समाप्त
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, विधायक विजय चौरे घटनास्थल पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि जब तक सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो जाता, तब तक रेत से भरे डंपरों का संचालन पूरी तरह से बंद रहेगा। विधायक के आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त हो गया।
प्रशासन और जनता के बीच बढ़ता असंतोष
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से सड़क की स्थिति खराब है, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा। सड़क के गड्ढों और टूट-फूट के कारण रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं। जनता ने प्रशासन से सड़क निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने की मांग की है।
भविष्य में कार्रवाई की उम्मीद
इस घटना के बाद अब ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन और स्थानीय नेता उनकी समस्या को गंभीरता से लेंगे और सड़क की मरम्मत का काम जल्द शुरू होगा।

