गरीब मजदूर का शव लाने सांसद ने की मदद, उपलब्ध कराई एम्बुलेंस
छिंदवाड़ा।
अजनिया निवासी आर्थिक रूप से कमजोर युवनाती परिवार के युवक प्रदीप युवनाती का बैंगलोर में आकस्मिक निधन हो गया। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण शव को छिंदवाड़ा लाने में दिक्कत हो रही थी। इस समस्या की जानकारी मिलते ही सांसद बंटी विवेक साहू ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल मदद का हाथ बढ़ाया।
सांसद श्री साहू ने बैंगलोर में संबंधित अधिकारियों और संसाधनों से संपर्क कर प्रदीप का शव छिंदवाड़ा लाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की।
प्रदीप युवनाती, उम्र 27 वर्ष, अजनिया वार्ड क्रमांक 16 का निवासी था। उनके पिता कृपाशंकर युवनाती का पहले ही निधन हो चुका था। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण प्रदीप बैंगलोर में मजदूरी करने गया था, जहां उनका आकस्मिक निधन हो गया।
भाजपा बूथ अध्यक्ष संदीप चौधरी ने सांसद बंटी विवेक साहू को इस मामले की जानकारी दी और परिवार की आर्थिक सहायता की अपील की। संदीप चौधरी ने बताया कि परिवार इतने बड़े खर्च को वहन करने में असमर्थ था।
सांसद बंटी विवेक साहू की इस त्वरित कार्रवाई और संवेदनशीलता से परिवार को बड़ी राहत मिली है। उनका यह प्रयास मानवता और सेवा भावना का उदाहरण है।
- छिंदवाड़ा संवाददाता
छिंदवाड़ा।
अजनिया निवासी आर्थिक रूप से कमजोर युवनाती परिवार के युवक प्रदीप युवनाती का बैंगलोर में आकस्मिक निधन हो गया। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण शव को छिंदवाड़ा लाने में दिक्कत हो रही थी। इस समस्या की जानकारी मिलते ही सांसद बंटी विवेक साहू ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल मदद का हाथ बढ़ाया।
सांसद श्री साहू ने बैंगलोर में संबंधित अधिकारियों और संसाधनों से संपर्क कर प्रदीप का शव छिंदवाड़ा लाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की।
प्रदीप युवनाती, उम्र 27 वर्ष, अजनिया वार्ड क्रमांक 16 का निवासी था। उनके पिता कृपाशंकर युवनाती का पहले ही निधन हो चुका था। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण प्रदीप बैंगलोर में मजदूरी करने गया था, जहां उनका आकस्मिक निधन हो गया।
भाजपा बूथ अध्यक्ष संदीप चौधरी ने सांसद बंटी विवेक साहू को इस मामले की जानकारी दी और परिवार की आर्थिक सहायता की अपील की। संदीप चौधरी ने बताया कि परिवार इतने बड़े खर्च को वहन करने में असमर्थ था।
सांसद बंटी विवेक साहू की इस त्वरित कार्रवाई और संवेदनशीलता से परिवार को बड़ी राहत मिली है। उनका यह प्रयास मानवता और सेवा भावना का उदाहरण है।

