दो साल पुराने अंधे हत्याकांड का खुलासा, जुन्नारदेव पुलिस ने महाराष्ट्र के पारदी गैंग के 5 सदस्य गिरफ्तार कर भेजे जेल
जुन्नारदेव। जुन्नारदेव पुलिस ने दो साल पुराने एक अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए महाराष्ट्र के कुख्यात पारदी गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों ने मृतक का मोबाइल और नगदी लूटकर हत्या को अंजाम दिया था। पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
घटना का संक्षिप्त विवरण:
15 फरवरी 2023 को सूरज पिता भारत मेश्राम (उम्र 31 वर्ष, निवासी पठानपुरा, जिला चंद्रपुर, महाराष्ट्र) अपने दोस्त अनुप उर्फ गोलू कोरेवाल के साथ भूरा भगत महादेव मेले में घूमने के लिए जुन्नारदेव आया था। उसी रात करीब 7:30 से 8:00 बजे के बीच ग्राम छावड़ा, सतघघरी के पास कुछ अज्ञात व्यक्तियों से विवाद हो गया। विवाद के दौरान आरोपियों ने सूरज मेश्राम के चेहरे और पेट पर बेरहमी से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। वारदात के बाद आरोपी मृतक का MI Note मोबाइल और 4,000 रुपये नगद लूटकर फरार हो गए।
गंभीर रूप से घायल सूरज मेश्राम 19 फरवरी 2023 को अपने घर चंद्रपुर लौट गया और इलाज के लिए एम्स नागपुर में भर्ती हुआ, जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण मारपीट से आई गंभीर चोटों को बताया गया। मामले की मर्ग डायरी जुन्नारदेव पुलिस को प्राप्त होने के बाद मर्ग क्र. 24/2023 धारा 174 जा.फौ. के तहत जांच शुरू की गई।
पुलिस जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी:
मामले में मृतक के दोस्त अनुप उर्फ गोलू कोरेवाल और परिजनों के बयान दर्ज किए गए, जिसमें उन्होंने बताया कि सूरज मेश्राम के साथ 4-5 अज्ञात लोगों ने मारपीट कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जांच के आधार पर 15 अगस्त 2023 को थाना जुन्नारदेव में अप. क्र. 305/23 धारा 302 भादवि. का प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस को आरोपियों का सुराग नहीं मिल पा रहा था, जिसके चलते पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा द्वारा 10,000 रुपये के इनाम की घोषणा की गई। सायबर सेल की मदद से मृतक का मोबाइल फोन ट्रेस किया गया, जिससे पता चला कि इसे महाराष्ट्र के अमरावती जिले के पारदीखेड़ा में रहने वाले पारदी गिरोह के सदस्य चला रहे हैं। पुलिस टीम ने कई बार आरोपियों की तलाश में दबिश दी, लेकिन वे हर बार फरार हो जाते थे।
हाल ही में सायबर सेल को सूचना मिली कि पारदी गिरोह के सदस्य फिर से भूरा भगत महादेव मेले में पहुंचे हैं। पुलिस अधीक्षक अजय पांडे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह और एसडीओपी जुन्नारदेव सोनम पाटिल के निर्देश पर थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश बघेल के नेतृत्व में पुलिस टीम को कार्रवाई के लिए भेजा गया।
पुलिस ने पचमढ़ी मार्ग पर मेले से लौट रहे आरोपी शैलेश पवार पिता विलास पवार (निवासी घारेफल, थाना नेर, जिला अमरावती, महाराष्ट्र) को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने और उसके चार साथियों - सुभाष पवार, उमेश पवार, सुलेचना पवार और प्रिया पवार के साथ मिलकर सूरज मेश्राम के साथ मारपीट की थी और उसका मोबाइल व नगदी लूट ली थी।
इसके बाद पुलिस ने इटारसी से बैतूल जाने वाले मार्ग पर चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सभी ने अपना अपराध कबूल कर लिया। पुलिस ने मृतक का रेडमी कंपनी का मोबाइल बरामद कर लिया और 27 फरवरी 2025 को सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जिला जेल छिंदवाड़ा भेज दिया गया।
गिरफ्तार आरोपी:
- शैलेश पवार (21 वर्ष) – निवासी घारेफल पारदीबेडा, थाना नेर, जिला यवतमाल
- सुभाष पवार (33 वर्ष) – निवासी घारेफल, जिला यवतमाल
- सुलेचना पवार (34 वर्ष) – निवासी ग्राम सालोड़ जगतपुर, थाना मंगलोर, जिला अमरावती
- उमेश पवार (50 वर्ष) – निवासी ग्राम सालोड़ जगतपुर, थाना मंगलोर, जिला अमरावती
- प्रिया पवार (25 वर्ष) – निवासी घारेफल पारदीबेडा, थाना नेर, जिला यवतमाल
जब्त सामग्री:
- मृतक सूरज मेश्राम का रेडमी कंपनी का मोबाइल फोन
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका:
इस हत्याकांड का खुलासा करने में थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश बघेल, थाना प्रभारी माहुलझिर उप निरीक्षक रविंद्र पवार, मुकेश डोंगरे, प्र.आर. संदीप चौरसिया, आर. निलेश पाल, अनिल उइके, योगेश रघुवंशी, संतोष धुर्वे, म.आर. पूर्णिमा वर्मा, सायबर सेल के नितिन रघुवंशी और आदित्य रघुवंशी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

