भूराभगत-महादेव मेले का उठा रहे फायदा
रावनवाड़ा/परासिया। कोयलांचल क्षेत्र में प्रशासन और वेकोलि प्रबंधन द्वारा बंद करवाई गई ओपन कास्ट माइंस (ओसीएम) में एक बार फिर अवैध कोयला खनन तेजी पकड़ चुका है। प्रशासन द्वारा मिट्टी डालकर इन खदानों को बंद करवाने के बावजूद, कोल माफिया मजदूरों को लगाकर अवैध रूप से कोयला निकाल रहे हैं।
प्रशासन की सख्ती भी बेअसर
अवैध खनन और परिवहन पर रोक लगाने के लिए प्रशासन ने त्रि-स्तरीय टीम का गठन किया था, लेकिन यह टीम भी कोल माफिया की गतिविधियों पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है।
भूराभगत-महादेव मेले का उठा रहे फायदा
इन दिनों प्रशासन भूराभगत-महादेव मेले की सुरक्षा व्यवस्था में व्यस्त है। इसी का फायदा उठाकर कोल माफिया अपनी गतिविधियों को तेजी से बढ़ा रहे हैं। हाल ही में मिट्टी डालकर बंद किए गए स्थानों पर मजदूरों से फिर से खनन शुरू करवा दिया गया है।
प्रशासन की कार्रवाई को खुली चुनौती
गुरुवार रात परासिया तहसीलदार ने रावनवाड़ा थाना क्षेत्र में छापेमारी कर एक ट्रैक्टर ट्रॉली को अवैध कोयला परिवहन करते पकड़ा और उसे पुलिस अभिरक्षा में खड़ा करवाया। लेकिन इसके बावजूद अवैध खनन बदस्तूर जारी है।
मजदूरों की जान जोखिम में
अवैध कोयला खनन न केवल प्रशासन की नीतियों को चुनौती दे रहा है, बल्कि मजदूरों की जान को भी जोखिम में डाल रहा है। इकलहरा, रावनवाड़ा बस्ती, रावनवाड़ा सिद्धबाबा, हर्रई, शिवपुरी और हरनभटा की बंद ओसीएम में अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है।
यदि प्रशासन ने जल्द सख्त कदम नहीं उठाए, तो यह गोरखधंधा और भी विकराल रूप ले सकता है।

