एक दिवसीय जागरूकता एवं संवेदनशीलता कार्यक्रम
सभी छात्रों के साथ अंतर-पीढ़ीगत संबंधों को बढ़ावा देना
छिंदवाड़ा, 11 मार्च 2025 – सतपुड़ा विधि महाविद्यालय, छिंदवाड़ा में आज एक दिवसीय जागरूकता एवं संवेदनशीलता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय युवा योजना एवं दिल्ली (राष्ट्रीय कार्यालय) के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं और वृद्धजनों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करना एवं उनकी सामाजिक स्थिति को सशक्त बनाना था। एवं छिंदवाड़ा स्थित सतपुड़ा लॉ कॉलेज में "सभी छात्रों के साथ अंतर-पीढ़ीगत संबंधों को बढ़ावा देना" विषय पर एक दिवसीय जागरूकता एवं संवेदनशीलता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विभिन्न पीढ़ियों के बीच संवाद को सशक्त बनाना, अनुभवों का आदान-प्रदान करना और समाज में पारस्परिक सम्मान और सहयोग की भावना को विकसित करना था।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता किशोर न्याय बोर्ड की सदस्या किरण लता चोपड़े ने की, जिन्होंने समाज में न्याय और विधिक जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डाला। परिवेक्षण अधिकारी अतिशय जैन ने युवाओं को प्रेरित करते हुए बताया कि संवेदनशीलता और नैतिक मूल्यों को अपनाकर वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
इस अवसर पर भरद्वाज सर ने विधिक मार्गदर्शन प्रदान किया और युवाओं को कानून के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया। कार्यक्रम की संयोजक डा. अमृता सिरपुरकर ने आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसके सफल संचालन में पूर्ण सहयोग प्रदान किया।
कार्यक्रम में प्राचार्य वेद प्रकाश तिवारी (सतपुड़ा लॉ कॉलेज) भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अंतर-पीढ़ीगत संवाद केवल व्यक्तिगत विकास ही नहीं, बल्कि समाज की प्रगति के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने कानूनी शिक्षा और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति छात्रों की भूमिका को रेखांकित किया।
इसके *अलावा, प्रतिभा शक्रवार सचिन बाजपेयी, आनंद बाजपेयी, पांडे सर और शुक्ला सर सहित कई शिक्षकों और विशेषज्ञों ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना अहम योगदान दिया।अंकिता शर्मा और डॉ. अमृता सिरपुरकर ने राज्य स्तरीय अतिथियों का स्वागत किया* और उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया।
कार्यक्रम का समापन एवं आभार प्रदर्शन
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य वेद प्रकाश तिवारी ने सभी अतिथियों, आयोजकों और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक प्रभावी माध्यम बताया और इसके निरंतर आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम की सफलता
यह कार्यक्रम छात्रों में सामाजिक जागरूकता, नैतिक मूल्यों और कानून की समझ को विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ। इस आयोजन ने छात्रों और विभिन्न पीढ़ियों के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करने में मदद की, जिससे वे समाज के प्रति अधिक संवेदनशील और उत्तरदायी बन सकें।
यह पहल भविष्य में भी समाज में आपसी सम्मान और सौहार्द्र को बढ़ावा देने के लिए एक प्रेरणादायक प्रयास के रूप में याद रखी जाएगी।

