उमरिया फदाली में चल रहे श्री सीताराम महायज्ञ में उमड़ा भक्तों का सैलाब
सच की आंखे मनेश साहु जुन्नारदेव। विकासखंड जुन्नारदेव अंतर्गत ग्राम उमरिया फदाली स्थित श्री सेवा दास महाराज की तपोभूमि में आयोजित नवकुंडीय श्री सीताराम महायज्ञ एवं श्रीराम कथा नवाह्न यज्ञ के तीसरे दिन श्रद्धा और भक्ति की अनुपम छटा देखने को मिली।कथा वाचन कर रहे बिलासपुर (छ.ग.) से पधारे सुप्रसिद्ध धर्माचार्य पंडित दुर्गेश महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि “सच्ची भक्ति और निष्ठा से ही ईश्वर की प्राप्ति संभव है।” उन्होंने बताया कि भगवान सदैव निर्गुण रूप में विद्यमान रहते हैं, किंतु यदि भक्त की लगन प्रह्लाद जैसी हो तो वे सगुण रूप में प्रकट हो जाते हैं।पंडित दुर्गेश महाराज ने नारद मोह लीला का भावपूर्ण वर्णन करते हुए बताया कि कैसे नारद मुनि को अपने तप का गर्व हो गया था और उन्होंने भगवान शिव, ब्रह्मा तथा विष्णु से कहा कि उन्होंने कामदेव को जीत लिया है। इसके बाद भगवान विष्णु ने उन्हें मोह का पाठ पढ़ाया।कथा के दौरान भगवान राम के अवतरण का प्रसंग सुनाया गया, जिस पर पूरा परिसर "जय श्रीराम" के जयघोष से गूंज उठा। भक्तों ने भगवान राम का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया।प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक चमत्कारिक हनुमान मंदिर परिसर में कथा का आयोजन हो रहा है, जिसमें क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। मंदिर समिति ने क्षेत्रवासियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर यज्ञ व कथा श्रवण कर धर्म लाभ अर्जित करने की अपील की है।

