. खैरवानी में अवैध रेत जब्ती के बाद चोरी, प्रशासन और पंचायत कटघरे में
30 ट्रॉली रेत की चोरी ने उठाए सुरक्षा और जवाबदेही पर सवाल
जुन्नारदेव में अवैध रेत पर कार्रवाई, लेकिन चोरी ने खोली प्रशासनिक कमजोरी
ग्राम खैरवानी (जुन्नारदेव): राजस्व विभाग द्वारा ग्राम खैरवानी में गंगामाई नदी किनारे मोक्षधाम के समीप अवैध रूप से जमा की गई लगभग 30 ट्रॉली रेत को जप्त कर ग्राम पंचायत के सुपुर्द किया गया था। यह कार्यवाही तहसीलदार श्री राजेंद्र तेकाम, हल्का पटवारी श्रीपति कुमार मिश्रा, एवं ग्राम कोटवार शत्रुघ्न कमरे की उपस्थिति में की गई थी।
कार्यवाही के दौरान तैयार पंचनामा में रेत की पूरी जानकारी दर्ज की गई, जिसे वैधानिक प्रक्रिया अनुसार पंचायत के हवाले कर दिया गया। लेकिन हैरानी की बात यह है कि कुछ ही कुछ दिनों के पश्चात वही जप्त की गई रेत चोरी हो गई।
इस घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है और वे सवाल उठा रहे हैं कि यह लापरवाही पंचायत की है या तहसील प्रशासन की? ग्रामीणों का कहना है कि जब रेत पंचायत को सौंपी गई थी, तो उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी थी?
इस संबंध में जब तहसीलदार श्री राजेंद्र तेकाम से बात की गई तो उन्होंने बताया, "मुझे इस चोरी की कोई सूचना ग्राम पंचायत खैरवानी के सरपंच या सचिव द्वारा नहीं दी गई है। यह जानकारी हमें आपसे मिल रही है। मामले की जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।"
रेत माफियाओं की बढ़ती हिम्मत और प्रशासनिक तंत्र में संभावित लापरवाही ने एक बार फिर अवैध रेत खनन और उसके संरक्षण पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि इस गंभीर लापरवाही के लिए जिम्मेदारों पर प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।