बेईमानी का काम गंदा है, मगर क्या करें साहब — धंधा है!
क्या वैध दुकानों में अवैध रूप से बेची जा रही है शराब?
**MRP से ज़्यादा वसूली कर, जनता की जेब पर डाला जा रहा डाका!
मनेश साहु।तामिया, देलाखारी, झिरपा, चावलपानी (जुन्नारदेव)।
तामिया विकासखंड सहित झिरपा, देलाखारी, चावलपानी क्षेत्र में संचालित वैध विदेशी व देशी मदिरा दुकानों पर खुलेआम अवैध शराब विक्रय का खेल जारी है। ग्राहकों से MRP से अधिक मूल्य वसूल कर न केवल कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, बल्कि नागरिकों की जेब पर भी डाका डाला जा रहा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शराब दुकानों पर बिल मांगने पर ग्राहकों से बदसलूकी की जाती है और उन्हें बिल नहीं दिया जाता। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक शराब अब आर्थिक रूप से भी आम नागरिकों को नुकसान पहुंचा रही है।
गांव-गांव पहुंच रही शराब, पानी नहीं पर मिल रही बोतलें!
आबकारी विभाग द्वारा शराब ठेकेदारों को गाँव-गाँव शराब बेचने की छूट देने के चलते तामिया, देलाखारी, झिरपा, चावलपानी आदि क्षेत्रों में हर गली-कूचे में शराब पहुंचाई जा रही है। ठेकेदार के लोग वाहन भर-भर कर शराब ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचा रहे हैं, जिससे हर ग्राम पंचायत में शराब की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
जनता पानी को तरस रही, पुलिस-आबकारी विभाग मौन
जहां एक ओर ग्रामीण जनता पेयजल संकट से जूझ रही है, वहीं दूसरी ओर शराब की नदियाँ बह रही हैं। माहुलझिर थाना क्षेत्र में शराब से भरे वाहन खुलेआम घूम रहे हैं, परंतु पुलिस व आबकारी विभाग ने इस पर आंखें मूंद रखी हैं।
विदेशी शराब की अवैध बिक्री देशी दुकानों पर
शासन द्वारा देशी शराब बिक्री की अनुमति दिए जाने के बावजूद कई जगहों पर देशी शराब की दुकानों पर विदेशी शराब की अवैध बिक्री की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इस पूरे खेल में आबकारी विभाग की मिलीभगत और पुलिस की अनदेखी प्रमुख कारण हैं।
फिलहाल क्षेत्रीय नागरिकों का यह कहना है कि गर्मियों में पानी मिले न मिले, शराब जरूर मिल रही है। जब इस पूरे प्रकरण पर जिला आबकारी अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनका फोन नहीं लगा।
निष्कर्ष:
क्षेत्र में अवैध शराब विक्रय और MRP से अधिक दर पर बिक्री की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। जनता मांग कर रही है कि शासन इस पर कठोर कार्रवाई करे, जिससे न केवल कानून का पालन सुनिश्चित हो, बल्कि ग्रामीणों की सेहत और जेब दोनों सुरक्षित रह सकें।