| उमरेठ
उमरेठ तहसील के ग्राम नागलवाड़ी में शनिवार शाम प्रकृति का कहर उस समय टूट पड़ा जब तेज आंधी-तूफान और झमाझम बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान के दो बेलों की मौके पर ही मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना से पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई है।
जानकारी के अनुसार, ग्राम निवासी किसान श्री शोभाचंद मर्रापे ने अपने खेत में मवेशियों को बरसात से बचाने के लिए एक अस्थायी कोढा बनाया था। कोढे के समीप स्थित महुआ के वृक्ष से उन्होंने अपने दोनों बेलों को बांध रखा था। जैसे ही शाम के समय तेज बारिश और आंधी शुरू हुई, शोभाचंद बेलों को अंदर सुरक्षित स्थान पर ले जाने ही वाले थे कि उसी क्षण आकाशीय बिजली महुआ के पेड़ पर गिरी और वहाँ बंधे दोनों बेलों को अपनी चपेट में ले लिया। बिजली की तीव्रता इतनी अधिक थी कि दोनों बेलों की तत्काल मृत्यु हो गई।
घटना की सूचना ग्राम के कोटवार तथा पटवारी को दी गई। अगली सुबह किसान ने उमरेठ थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने मौके पर पहुँचकर दोनों मृत बेलों का पंचनामा एवं पोस्टमार्टम किया।
ग्रामीणों ने बताया कि ये दोनों बेल किसान की खेती का मुख्य आधार थे और उनका इस तरह से असमय जाना किसान के लिए गहरा आर्थिक आघात है। शोभाचंद मर्रापे पूरी तरह खेती पर निर्भर हैं, ऐसे में यह नुकसान उनकी आजीविका पर सीधा असर डालेगा।
घटना के बाद गांव में शोक व्याप्त है। ग्रामवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित किसान को शीघ्र आर्थिक सहायता एवं क्षतिपूर्ति प्रदान की जाए, जिससे वह इस कठिन समय से उबर सके।