जुन्नारदेव। वैशाख पूर्णिमा के पावन अवसर पर स्थानीय बौद्ध महासभा जुन्नारदेव द्वारा आनंद बौद्ध विहार परिसर में त्रिगुण पावनी बुद्ध पूर्णिमा का भव्य आयोजन किया गया। सुबह से ही बौद्ध अनुयायियों का विहार में आगमन प्रारंभ हो गया था। श्रद्धालु खीर, फल एवं अन्य प्रसाद सामग्री लेकर उत्साहपूर्वक पहुंचे और पूरे दिन बुद्धमय वातावरण बना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर 1:00 बजे तथागत बुद्ध के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुआ। इस अवसर पर बौद्ध महासभा के सचिव श्याम खादीकर, युवा कार्यकारिणी अध्यक्ष राहुल निरापुरे, सचिव अनिल पाटिल, संजू वाईकर, रामनाथ उबनारे, निकेश एवं अजय जामगडे उपस्थित रहे।
बुद्ध वंदना, त्रिशरण, पंचशील एवं जय मंगल अष्टगाथा का मंत्रमुग्ध कर देने वाला पाठ वैशाली ठवरे, नीलिमा बागडे, शिल्पा बागडे एवं आशा खादीकर द्वारा किया गया, जिससे समस्त वातावरण शांति और ध्यान से भर गया।
बौद्ध महासभा सचिव श्याम खादीकर एवं रामनाथ उबनारे द्वारा वैशाख पूर्णिमा के त्रिगुण पावन महत्व पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने बताया कि इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान प्राप्ति तथा महापरिनिर्वाण हुआ था, जिससे यह तिथि अत्यंत पुण्यदायी और ऐतिहासिक बन गई है।
कार्यक्रम के अंत में खीर-पुड़ी का प्रसाद वितरित किया गया, जिसे सभी श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया। कार्यक्रम में बौद्ध महासभा अध्यक्ष उमेश अतुलकर, रोहित खादीपूरे, सुनील पाटिल, गोपाल खातरकर, नैतिक खादीकर, कमलेश खातरकर, हरीश झरबडे, आकाश सहारे, आकाश निरापुरे, वंश सूर्यवंशी, आयुष वरवरे, हिमांशु खातरकर, मीना ऊबनारे, वारु सहारे, ओजस्वी ठवरे, आराध्य सहित बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायी मौजूद रहे।
पूर्ण श्रद्धा, आस्था और समर्पण के साथ मनाया गया यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि सामाजिक समरसता का भी अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है।