अखिल भारतीय तेली महासभा के 14 माह के कार्यकाल में दिखाया बेमिसाल नेतृत्व
जुन्नारदेव। अखिल भारतीय तेली महासभा, मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम अस्तोलिया ने अपने 14 माह के कार्यकाल में संगठन को जिस ऊंचाई तक पहुँचाया है, वह सच में बेमिसाल और प्रेरणादायक है। राष्ट्रीय महासचिव राम लक्ष्मण तेली एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता रामलाल तेली ने राधेश्याम जी की कार्यशैली की खुलकर सराहना करते हुए कहा कि – “बिना रुके, बिना झुके, उन्होंने संगठन के नाम पर कर दिखाया कमाल।”
राधेश्याम जी ने प्रदेश में 80% जिलों में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर संगठन को मजबूत आधार प्रदान किया है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य करते हुए महिला जिला अध्यक्षों की भी नियुक्ति कर नारी सम्मान को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनके प्रयासों से हर जिले में कार्यकारिणियों का विस्तार हुआ, और अखिल भारतीय तेली महासभा एक नन्हे पौधे से विशाल वटवृक्ष बन गया।
उनके कार्यकाल में नारी शक्ति सम्मान समारोह जैसे कई भव्य आयोजन सफलतापूर्वक आयोजित किए गए। वे विभिन्न मंचों पर मुख्य अथवा विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किए जाते रहे हैं और कई अवसरों पर उन्हें सम्मानित भी किया गया।
हर सप्ताह समाचार पत्रों और चैनलों में लगातार महासभा की खबरें आना उनकी सक्रियता और नेतृत्व क्षमता का प्रमाण है। उनका स्पष्ट एजेंडा – समाज की कुरीतियों का विरोध, मृत्यु भोज से दूरी, शिक्षा, रोजगार, और सामाजिक सुधार के लिए कार्य करना – प्रदेश में व्यापक असर डाल रहा है।
राधेश्याम जी ने समाज की धरोहरों जैसे छात्रावास और धर्मशाला के निर्माण हेतु प्रयास किए हैं। उन्होंने युवा, वरिष्ठजन और मातृशक्ति को एकजुट कर संगठन को नई दिशा दी है। प्रदेशभर में महासभा की बैठकों, ज्ञापन, धरना-प्रदर्शन और प्रशासनिक संवाद के माध्यम से समाज के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है।
अखिल भारतीय तेली महासभा को उन पर गर्व है, और समाज राधेश्याम जी के इस अतुलनीय योगदान को सलाम करता है।

