मवासी समाज को भी मिले विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा सुनील उईके"
डब्ल्यू सी एल की क्वार्टरों में निवास करने वालों को मालिकाना हक एवं पट्टे दिलाने के लिए भी सौंपा पत्र*
*गारादेही से सांगाखेड़ा, नांदिया होकर हीवर तक नवीन मार्ग सहित विभिन्न सड़क, पुल एवं पुलिया निर्माण की भी रखी माँग*
*प्रदेश के सभी विधानसभा मुख्यालयों पर हो विधायकों का शासकीय कार्यालय*
*विधानसभा मुख्यालयों पर विधायकों को भी हो ध्वजारोहण का अधिकार*
जुन्नारदेव :- मध्यप्रदेश प्रदेश में मवासी समाज को विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा दिलाने सहित जुन्नारदेव विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न माँगों को लेकर भोपाल में विधायक सुनील उईके ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात की। मुख्यमंत्री से विधायक उईके ने क्षेत्र की समस्याओं पर विशेष चर्चा कर उन से संबंधित माँगपत्र भी उन्हें सौपें। अपनी इस विशेष मुलाकात में उन्होंने छिन्दवाड़ा एवं पांढुर्णा जिले सहित प्रदेश के अन्य जिलों में बड़ी संख्या में निवास करने वाले मवाशी समाज को आदिवासी वर्ग के भारिया, बैगा एवं शहरिया समाज की तरह ही विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा दिए जाने की माँग को प्रमुखता से रखते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि आदिवासी वर्ग में यह समाज बहुत पिछड़ा है जिससे इस समाज के लोगों का अन्य आदिवासी समाज की तरह विकास नही हो पाया है अगर इन्हें विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा प्रदान कर इनके लिए भी अलग से विकास की योजना बनाई जाए तो इनका भी जीवन स्तर ऊपर उठ सकेगा जिससे यह समाज अन्य समाजो की तरह ही आगे बढ़ पाएगा।
डब्ल्यू सी एल की क्वार्टरों में निवास करने वालों को मालिकाना हक एवं पट्टे दिलाने के लिए भी सौंपा पत्र इसी तरह मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से अपनी चर्चा में विधायक उईके ने कहा की छिन्दवाड़ा जिले के कोयलांचल में पूर्व में डब्ल्यू सी एल की कई कोयला खदानें संचालित थी जिनमे कार्य करने वाले श्रमिक 40 से 50 वर्षों से अधिक समय से यहां कंपनी की क्वार्टरों में निवास कर रहे है साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय गैर कामगार लोग भी कंपनी की जमीन पर अपना निजी मकान बनाकर निवास कर रहे है एवं अपनी छोटी मोटी दुकान चलाकर अपनी गुजर बसर कर रहे है। क्षेत्र की लगभग सभी कोयला खदानें अब बंद हो चुकी है। डब्ल्यू सी एल की यह क्वार्टर एवं जमीन अब कंपनी के किसी काम की नही है अब अनुपयोगी हो गई है। इसलिए इन क्वार्टरों एवं जमीन पर काबिज लोगों को इसका मालिकाना हक देते हुए इन्हें पट्टे प्रदान किये जाने चाहिए।
गारादेही से सांगाखेड़ा, नांदिया होकर हीवर तक नवीन मार्ग सहित विभिन्न सड़क, पुल एवं पुलिया निर्माण की भी रखी माँग अपनी इस मुलाकात में विधायक सुनील उईके ने गारादेही से सांगाखेड़ा, नांदिया होते हुए हीवर (पचमढ़ी) तक एक पक्के नवीन मार्ग के निर्माण की माँग की है जिससे हर वर्ष महादेव मेले में यहाँ आवागमन करने वाले भगवान भोलेनाथ के लाखों भक्तों सहित क्षेत्रवासियों को सुविधा हो सके। इस प्रमुख मार्ग के साथ ही विधानसभा क्षेत्र के कई ग्रामों एवं मंजरों टोलो को जोड़ने वाले मार्गों एवं पुल पुलिया के निर्माण कराए जाने की मांगों का भी पत्र सौंपा गया प्रदेश के सभी विधानसभा मुख्यालयों पर हो विधायकों का शासकीय कार्यालय जिस तरह से प्रदेश के अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए शासकीय कार्यालय की व्यवस्था होती है उसी तरह मध्यप्रदेश के सभी विधायकों के लिए भी विधानसभा मुख्यालयों पर एक शासकीय कार्यालय की भी व्यवस्था होनी चाहिये जिससे की क्षेत्रवासियों एवं शासकीय कर्मचारियों एवं अधिकारियों को विधायकों से मुलाकात करने में सहूलियत हो सके। क्योकि वर्तमान में अगर किसी को विधायकों से मुलाकात करनी है उन्हें विधायक निवास या फिर उनके निजी कार्यालयों में जाकर मिलना पड़ता है। समय समय पर विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायक बनते रहते है और वे अपना कार्यालय भी अपनी सुविधा के अनुसार अलग अलग जगहों से संचालित करते है किंतु शासकीय कार्यालय बन जाने से विधायक किसी भी दल के हो उनका कार्यालय वही होगा।
विधानसभा मुख्यालयों पर विधायकों को भी हो ध्वजारोहण का अधिकार प्रदेश में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पर्वो जैसे 26 जनवरी ( गणतंत्र दिवस ) एवं 15 अगस्त ( स्वतंत्रता दिवस ) पर क्षेत्रीय विधायकों को भी मंत्रियों की तरह ही विधानसभा मुख्यालयों पर ध्वजारोहण एवं झंडावंदन का अधिकार होना चाहिए। अभी यह व्यवस्था लागू नही होने से कई स्थानों पर विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है और यह स्थिति राष्ट्रीय पर्व की गरिमा के विपरीत होती है। अभी होता यह है कि प्रोटोकाल मे विधयकों के क्रम के बाद आने वाले जनप्रतिधियों के द्वारा विधायकों की उपस्थिति में झंडावंदन एवं ध्वजारोहण किया जाता है जिससे असहज स्थिति उतपन्न होता है। इसलिए राष्ट्रीय पर्वों पर विधानसभा मुख्यालय में आयोजित होने वाले मुख्य समारोहों में यह अधिकार क्षेत्र के विधायक को मिलना चाहिए।
विधायक सुनील उईके ने बताया की मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ी गंभीरता से उनकी माँगों को सुना और उनके द्वारा दिये गए माँग पत्रों को ध्यान से पढ़कर शीघ्र ही उन्हें हल करने की दिशा में उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

