छिंदवाड़ा/इंदौर। देश में स्वच्छता की नई पहचान बना इंदौर अब ‘सुपर स्वच्छ लीग’ में शामिल होकर स्वच्छता का महागुरु बन गया है। इस उपलब्धि में छिंदवाड़ा जिले के हर्रई निवासी विजय लांझीवार की अहम भूमिका रही है। विजय का जन्म पूआमा डिपो (छिंदवाड़ा) में हुआ और वे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हर्रई जागीर में पले-बढ़े। स्नातक की पढ़ाई भी हर्रई महाविद्यालय से पूरी करने के बाद उन्होंने स्वच्छता मिशन में उल्लेखनीय कार्य किया।
सन 2019 से इंदौर में स्वच्छ भारत मिशन शहरी के अंतर्गत प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्यरत विजय लांझीवार ने शहर को सुपर स्वच्छ लीग में पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी मेहनत से इंदौर को न केवल स्वच्छता रैंकिंग में अव्वल बनाया गया बल्कि रैंकिंग से आगे जाकर विशेष दर्जा दिलाने में सफलता मिली। उनकी टीम को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर देश के राष्ट्रपति तक से सम्मानित किया गया।
विजय कुमार लांझीवार पहले भी कई राज्यों में स्वच्छता अभियान को सफल बना चुके हैं। बिहार के भोजपुर, बक्सर और रोहतास जिलों को ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) बनाने में उनका अहम योगदान रहा। समुदाय में व्यवहार परिवर्तन की दिशा में वे वर्षों से काम कर रहे हैं।
विजय लांझीवार मूल रूप से मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हर्रई के निवासी हैं और उनकी उपलब्धि पर क्षेत्रवासी गर्व महसूस कर रहे हैं।

