भगवान श्री कृष्ण के जन्म पर पुष्पवर्षा, रुक्मणी विवाह और बाललीलाओं से पंडाल गूंजा
श्री श्री राकेशानंद जी महाराज के सान्निध्य में श्रावण महोत्सव जारी
🌸 श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में गूंजा “नंद घर आनंद भयो”, पुष्पवर्षा और पालना झुलाने से भक्त भावविभोर
💍 रुक्मणी-कृष्ण विवाह महोत्सव में बजी शहनाइयाँ, भव्य झांकी और मंगल गीतों से पंडाल हुआ मंत्रमुग्ध
🙏 श्रावण मास में भागवत कथा, रुद्राभिषेक और सेवा कार्यों से जनसेवा हिताय संगठन ने रचा अध्यात्म व सामाजिक समर्पण का संगम
छिंदवाड़ा –श्रावण मास एवं गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर छिंदवाड़ा नगर में श्री श्री राकेशानंद जी महाराज एवं पूज्य देवी सौम्या जी के दिव्य सान्निध्य में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा एवं महारुद्राभिषेक महोत्सव का चौथा दिवस भक्तिभाव एवं उल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का भव्य आयोजन हुआ, जहां बाल रूप में सजे श्रीकृष्ण ने भक्तों का मन मोह लिया। जन्म के समय पूरे पंडाल में "नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की" की गूंज के साथ पुष्पवर्षा की गई और श्रद्धालुओं ने भगवान को झूला झुलाया।
महाराज श्री ने भगवान के जन्म की कथा का हृदयस्पर्शी वर्णन किया तथा कपिल देव-हुति संवाद, वामन अवतार की कथा, 24 अवतारों का विवरण एवं नारद-भक्ति संवाद सुनाया। उन्होंने कहा कि “जो पहले था, अभी है और हमेशा रहेगा – वही सत्य है, वही परमात्मा है”। कथा के दौरान महाभारत प्रसंग, अश्वत्थामा द्वारा पांडवों के पुत्रों की हत्या, परीक्षित पर ब्रह्मास्त्र और भीष्म पितामह के अंतिम दिनों के प्रसंग भी अत्यंत भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किए गए।
रुक्मणी-कृष्ण विवाह महोत्सव
कथा के अंतर्गत भगवान श्रीकृष्ण एवं रुक्मणी माता के विवाह का प्रसंग भी बड़े धूमधाम से मनाया गया। पंडाल को विवाह मंडप की तरह सजाया गया। विवाह के समय मंगल ध्वनि, फूलों की वर्षा और भक्तों की भावविभोरता ने आयोजन को भव्यता प्रदान की। जयमाल, मंत्रोच्चार, और पारंपरिक गीतों के बीच विवाह की झांकी ने सभी श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। महिलाओं ने पारंपरिक पीले वस्त्र धारण कर विवाह की शोभा बढ़ाई।
माखन चोरी और मटकी फोड़ लीला
कथा में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं जैसे माखन चोरी, गोपियों संग रास, एवं मटकी फोड़ का आयोजन भी किया गया। भगवान को पालने में झुलाया गया, लड्डू एवं चॉकलेट का प्रसाद बांटा गया। बाल रूप में सजाए गए भगवान के दर्शन कर सैकड़ों श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।
जनसेवा हिताय संगठन का योगदान
इस दिव्य आयोजन की परिकल्पना जनसेवा हिताय संगठन द्वारा की गई है। संगठन प्रमुख श्रीमती हर्षा बनोदे ने बताया कि प्रत्येक दिन भक्तों के लिए वस्त्रों का विशेष रंग निर्धारित किया गया है। प्रथम दिन नगर में दिव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें पीले वस्त्रधारी महिलाएं शामिल हुईं। यात्रा डबल शिव मंदिर रेलवे क्रॉसिंग से प्रारंभ होकर कथा स्थल तक पहुंची।
भक्तिभाव और सेवा का संगम
कथा स्थल पर वीर शनि पिपलेश्वर धाम, हनुमंत लाल जी महाराज, भगवान भोलेनाथ की प्रतिमाएं भी विराजमान हैं। गीत-संगीत, नृत्य और सुंदर सजावट ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। आयोजन में निशा यादव, सुनीता शर्मा, रूपा प्रधान, दीक्षा बिसेन, लक्ष्मी निमजे, गुरुशरण कौर, अरुणा पवार, माधुरी तोमर, लक्ष्मी यदुवंशी, सुषमा मलाया, प्रीति मिश्रा, स्वाति मिश्रा, अर्चना सूर्यवंशी, अखिल सूर्यवंशी, डॉ. रामकुमार आमगोरिया, कमलेश वर्मा, गणेश वर्मा सहित नगरवासियों का विशेष सहयोग रहा।
समापन 17 जुलाई को विशाल भंडारे के साथ
मीडिया प्रभारी अखिल सूर्यवंशी ने बताया कि यह आयोजन 17 जुलाई को गुरु दीक्षा एवं विशाल भंडारे के साथ संपन्न होगा। आयोजन का उद्देश्य नगर में सुख-शांति बनाए रखना, जनकल्याण एवं ईश्वर कृपा हेतु सतत धार्मिक जागरूकता फैलाना है। संगठन समय-समय पर समाज सेवा जैसे – गरीबों को अन्न-वस्त्र, बच्चों को किताबें, मरीजों को दवा – जैसे कार्य करता रहता है।

