जुन्नारदेव। दिनांक 15 जुलाई 2025 को कृषि विज्ञान केंद्र देलाखारी तामिया एवं कृषि विभाग जुन्नारदेव की संयुक्त टीम द्वारा विकासखंड के ग्राम तेलीबट एवं छिंदी कामत में मक्का फसल का निरीक्षण किया गया। टीम ने किसान श्री देवीलाल यदुवंशी (ग्राम तेलीबट) एवं श्री प्रीतम यदुवंशी (ग्राम छिंदी कामत) के खेतों का भ्रमण कर मक्का फसल की स्थिति का जायजा लिया एवं कृषकों से चर्चा की।
निरीक्षण के दौरान मक्का फसल में "वाइट ग्रब/सफेद लट/खोदा" का प्रकोप पाया गया। यह कीट फसल की जड़ों को रात में खाकर भारी नुकसान पहुंचाता है। वैज्ञानिकों ने इसे फसल के लिए हानिकारक बताया और तत्काल नियंत्रण की आवश्यकता जताई।
इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिक डॉ. आर.एल. राऊत ने किसानों को जैविक कीटनाशक मैटारायजियम एनीसिफोलि 1 लीटर प्रति एकड़ सिंचाई जल में मिलाकर देने (ड्रिंचिंग) की सलाह दी। साथ ही रासायनिक विकल्प के रूप में क्लोरपायरीफॉस 50 ईसी 1 लीटर प्रति एकड़ ड्रिंचिंग करने की सिफारिश की गई।
संयुक्त निरीक्षण दल में अनुविभागीय अधिकारी कृषि श्री पी.एस. उट्टी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री एस.एस. मरकाम, कृषि विस्तार अधिकारी श्री रमेश पवार, श्री राकेश मेश्राम एवं आत्मा परियोजना से बी.टी.एम. श्री चूड़ामन सोनारे शामिल रहे।
कृषि विभाग द्वारा किसानों को कीट नियंत्रण के प्रति जागरूक कर समसामयिक उपाय अपनाने का आह्वान किया गया।

