छिन्दवाड़ा/19 अगस्त 2025/ भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय की पहल आदि कर्मयोगी अभियान अंतर्गत जिला स्तरीय ओरिएंटेशन मीटिंग का आयोजन कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में एसपी श्रीमती निवेदिता गुप्ता, डीएफओ श्री साहिल गर्ग व सीईओ जिला पंचायत श्री अग्रिम कुमार सहित अन्य अधिकारी एवं पत्रकारगण उपस्थित थे।
बैठक में अभियान के उद्देश्य एवं विज़न की विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया कि आदि कर्मयोगी अभियान एक दूरदर्शी जन आंदोलन है, जिसका उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों में शासन की योजनाओं को अंतिम छोर तक पहुँचाना है।
जनजातीय संस्कृति, परंपराओं, विरासत और अस्मिता का सम्मान करते हुए अभियान का लक्ष्य है कि शासन की सभी योजनाओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आजीविका, कौशल विकास, सामाजिक सुरक्षा, पेंशन, छात्रवृत्ति, बीमा, आवास योजना, उज्ज्वला गैस कनेक्शन एवं राशन आदि का लाभ पात्र व्यक्तियों तक समय पर पहुँचे। इस उद्देश्य से प्रत्येक ग्राम में आदि सेवा केंद्र की स्थापना की जाएगी, जहाँ ग्रामीण अपनी समस्याएँ दर्ज करा सकेंगे और योजनाओं की जानकारी एवं आवेदन की सुविधा गाँव स्तर पर ही प्राप्त कर सकेंगे।
छिन्दवाड़ा जिले के लगभग 550 आदिवासी बाहुल्य गाँवों का चयन इस अभियान के अंतर्गत किया गया है, जिनमें लगभग 1 लाख परिवारों को लाभांवित किया जाएगा। जिले से 07 जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स एवं 55 ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का चयन किया गया है। इनके लिए 20 से 22 अगस्त 2025 तक तीन दिवसीय आवासीय डिस्ट्रिक प्रोसेस लैब का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें छिन्दवाड़ा एवं पाढुंर्णा जिले के सभी 11 विकासखंडों के ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स भाग लेंगे।
अभियान के संबंध में पत्रकार वार्ता का हुआ आयोजन- पत्रकार वार्ता के दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक जन आंदोलन है। आदिवासी वर्ग के उत्थान के लिए यह अभियान अत्यंत आवश्यक है। शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक तभी पहुँचेगा जब हम सभी मिलकर कार्य करेंगे। इसमें प्रशासन के साथ-साथ समाज, जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों की सक्रिय भागीदारी भी बेहद ज़रूरी है।