घोड़ावाड़ी। स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी ने एक बार फिर बड़ी समस्या खड़ी कर दी। मंगलवार रात छिंदवाड़ा-आमला मेमो ट्रेन में सफर कर रही गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई। महिला नवेगांव जा रही थी, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे आपात स्थिति में हिरदागढ़ स्टेशन पर ही उतारना पड़ा।
गनीमत रही कि उसी ट्रेन से हिरदागढ़ की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता छाया ऊबनारे अपने साथियों गुड्डी और रानी के साथ उतरीं और तुरंत महिला की मदद के लिए आगे आईं। मौके पर रेल सलाहकार समिति सदस्य सुधाकर वरवड़े ने भी सक्रियता दिखाते हुए आशा कार्यकर्ता कविता यदुवंशी को बुलाया। तत्परता दिखाते हुए सभी ने मिलकर महिला को जननी एक्सप्रेस एम्बुलेंस से सीएचसी दमुआ भिजवाया।
ग्रामीणों ने बताया कि हिरदागढ़ के नजदीकी बाम्हनवाड़ा आरोग्य केंद्र में आपातकालीन स्थिति में कोई सुविधा उपलब्ध नहीं रहती। केंद्र की सीएचओ लंबे अवकाश पर हैं और रात में यहां कोई स्टाफ मौजूद नहीं होता, जबकि रहने की पर्याप्त सरकारी सुविधा उपलब्ध है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले छिंदीकामथ पंचायत में अस्पताल था, जिसे पिछले वर्ष हरियागढ़ शिफ्ट कर दिया गया। इस कारण हिरदागढ़ व आसपास के ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। पंचायत द्वारा बार-बार प्रस्ताव भेजे जाने के बावजूद अब तक अस्पताल का निर्माण नहीं हो सका है।
ग्रामीणों ने शासन से मांग की है कि जल्द से जल्द छिंदीकामथ में अस्पताल बनाकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

