जिला छिंदवाड़ा ब्लॉक हर्रई बटकाखापा थाना क्षेत्र अंतर्गत पंचायत गांगई के ग्राम रातेंड से 24 महिला पुरुष ग्राम पंचायत भीलमाढाना से 4 ओझलढाना के झानिया ओर चीखलपुरा सेjk 7 ग्राम पंचायत चुरी साजवा से 4 ऐसी कुल 37 मजदूर जिसमे 4 बच्ची एवं 25 महिलाएं 8 पुरुष को नागपुर की एक एजेंट ने हर्रई के ही सुपरवाइजर राजेश धुर्वे के साथ मिलके do ii में सोयाबीन कटाई k के लिए ले जाया गया ह जाने से पहले पेसा ग्राम सभा ने अपने अपने ग्राम सभा मे मजदूरों को बुलवाकर उनकी सारी जानकारी अपने रजिस्टर मे लिखवा लिए थे वो मजदूरों को ग्राम सभा अध्यक्षो व पेसा
मोबीलाइज़रो का नंबर दें दिया गया था ताकि क़ोई भी दिक्कत परेशानी आने पर ग्राम सभा अध्यक्ष व पेसा मोबीलाइज़र को कॉल करके दिंनाक बताया जा सके दिंनाक 26 सितम्बर दिन शुक्रवार को 2 बजे सभी 37 मजदूर गाँव से निकले ओर दूसरे दिन सुबह ग्राम सभा अध्यक्ष के पास कॉल आया कि हमको सौंसर पे काम दिलाने के नाम से नागपुर के आगे ला लिया गया है ओर ठेकेदार के द्वारा व ड्राइवर के द्वारा नहीं बताया गया कि हमको कँहा ले जाया जा रहा है सौसर में गाड़ी ना रोक के सीधा नागपुर में रोका और वहां से भाग गया और वहां दो नए लोग आ गए और उन्होंने गाड़ी को अकोला तक पहुंचा दिए जब गाड़ी रोक ही नहीं रहे थे तो लोग और महिलाओं ने अंदर से चिल्लाना शुरू किये तब जाकर गाड़ी उन्हें जादौन मे रोका और उनके द्वारा बोला गया की चिल्लाओ मत नहीं तो यही मारूंगा वह सभी लोग डर गए और गाड़ी से भाग कर बाहर आ गए उसके बाद एजेंट ने सभी के मोबाइल छुड़ा लिया परंतु एक युवक ने मोबाइल को छुपा कर रखा था दिया था जिसके द्वारा ग्राम सभा अध्यक्ष के पास कॉल आया जिनोहने मजदूरों को 112 मे कॉल करने को कहा ओर अध्यक्ष के द्वारा पेसा जिला समन्वयक कमलेश टेकाम को कॉल करके सारी बाते बताई गई डीसी कमलेश टेकाम के द्वारा राष्ट्रीय जनजाति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार प्रकाश उइके को कॉल करके सारी बाते बताई गई जिनके माध्यम से वंहा के पुलिस को कॉल करके सभी मजदूरों को मोबाइल लोकेशन और जीपीएस चालू करने को कहा और लोकेशन भेज दिया , महाराष्ट्र पुलिस की सहायता से उन मजदूरों को रेस्क्यू किया और उन्हें दूसरी गाड़ी में बिठाकर नागपुर के लिए रवाना किया गया नागपुर पहुंचने पर मजदूरों से बात कर नागपुर सीतामढ़ी थाना में उन्हें रिपोर्ट दर्ज करने को कहा गया सभी मजदूर नागपुर सीतामढ़ी मे आकर उस सुपरवाजर ओर ठेकेदार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाया गया ओर पुलिस के द्वारा नागपुर से छिंदवाड़ा के लिए रवाना किया गया छिंदवाड़ा मे सभी मजदूरों से पेसा जिला समन्वयक कमलेश टेकाम ने मिलकर उन्हें सुरक्षित बस मे बिठाकर घर भेजा गया

