. ग्रामीण बोले: पंचायत के सामने ही भ्रष्टाचार, बाकी गांवों की हालत कौन देखेगा?
खैरवानी पंचायत में नाडेप टैंक बना भ्रष्टाचार का प्रतीक!
निर्माण के एक साल के भीतर ही ढह गया स्वच्छ भारत मिशन का सामुदायिक नाडेप
जुन्नारदेव। जनपद पंचायत जुन्नारदेव के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खैरवानी में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए सामुदायिक नाडेप टैंक की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। पंचायत कार्यालय के ठीक सामने बना यह नाडेप टैंक महज एक साल के भीतर ही टूट-फूट गया, जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्न खड़े हो गए हैं।
स्थानीय समाजसेवी राकेश यदुवंशी ने बताया कि “जब यह नाडेप टैंक बन रहा था, तभी मैंने मिस्त्री को सावधान किया था कि सीमेंट और रेत की मात्रा सही अनुपात में रखी जाए। लेकिन मिस्त्री ने साफ कहा कि उसे पंचायत के सरपंच और सचिव द्वारा जो मटेरियल दिया गया है, वही लगाना है।”
राकेश ने आगे कहा कि “जब पंचायत के सामने ही यह हाल है, तो दूरस्थ क्षेत्रों में बने अन्य नाडेप टैंकों की स्थिति क्या होगी, इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है।”
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत स्तर पर साफ-साफ भ्रष्टाचार और लापरवाही देखने को मिल रही है। स्वच्छ भारत मिशन जैसे महत्वपूर्ण योजना के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है।
अब सवाल यह उठता है कि जब पंचायत के सामने ही नाडेप टैंक की हालत जर्जर है, तो बाकी जगहों पर बने नाडेप की स्थिति क्या होगी? ग्रामीणों ने जनपद पंचायत जुन्नारदेव और जिला प्रशासन से मांग की है कि तत्काल जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों, सरपंच और सचिव पर कार्रवाई की जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो वे सामूहिक रूप से जनपद और जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

