धूमधाम से मना दशहरा, रावण दहन देखने उमड़ी भीड़
जुन्नारदेव-
श्री नवरात्रि के पावन अवसर पर नगर की ऐतिहासिक धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक धरोहर श्री रामलीला एवं दुर्गोत्सव समिति के द्वारा स्थानीय दशहरा मैदान, पंडित नेहरू स्टेडियम में बीती रात को रावण पुतले का दहन किया गया। इस दौरान शहरी एवं ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। भव्य आतिशबाजी और पटाखों के शोर के बीच भगवान श्री रामजी के द्वारा रावण पुतले के नाभिकुंड में अग्नि बाण का संहार किया गया, जिसके बाद वह धू धू कर जल उठा। इससे पहले श्री रामलीला एवं दुर्गा उत्सव समिति के द्वारा श्री रामलीला मंच से भगवान श्री राम का एक विजय जुलूस दशहरा मैदान के लिए रवाना हुआ था, जिसमें जगह-जगह आतिशबाजी की गई थी। दशहरा मैदान पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक सुनील उईके, नगर पालिका अध्यक्ष रमेश सालोडे विशेष रूप से उपस्थित थे। अन्य अतिथियों में एसडीएम कामिनी ठाकुर, सीईओ रश्मि चौहान, तहसीलदार राजेंद्र टेकाम एवं मोहित बोरकर विशेष रूप से उपस्थित थे। अतिथियों के उद्बोधन के पश्चात समिति के अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव के द्वारा आभार व्यक्त किया गया। इस दौरान श्री रामलीला एवं दुर्गा उत्सव समिति के समस्त सदस्य एवं पात्र गण मौजूद रहे।
*अल सुबह तक चलती रही रामलीला, ब्रह्म मुहूर्त में हुआ श्रीराम का राज्याभिषेक.....*
बीते 99 वर्ष की परंपरा का बड़ा उदाहरण बन चुकी स्थानीय श्रीरामलीला समिति के द्वारा अंतिम दिवस की लीला का मंचन दशहरे की रात भर चलता रहा। रावण पुतले के दहन के पश्चात प्रारंभ हुई इस लीला में अंगद रावण संवाद, लक्ष्मण शक्ति, मेघनाथ वध, कुंभकरण वध, अहिरावण वध के पश्चात रावण वध की लीला का मंचन किया गया। इसके बाद अल सुबह ब्रह्म मुहूर्त में भगवान श्री राम का राज्याभिषेक भी किया गया। रामलीला पात्र के रूप में सजीव एवं जीवंत अभिनय अनुरूप शर्मा (राम), शैलेंद्र शर्मा (लक्ष्मण), नंदू साहू (अंगद), दुर्गा डहाट (रावण), सुमित शर्मा (मेघनाथ), बृजेश चौरसिया (कुंभकरण), तरुण बत्रा (अहिरावण), हर्षित सोनी (सीता), हेमंत साहू (कालनेमी), अनुरोध शर्मा (हनुमान), शोभित गुप्ता (मकरध्वज),
विनोद साहू (विभीषण), मुकेश विश्वकर्मा (गुरु वशिष्ठ), धर्मेंद्र मालवीय (वाल्मीकि) के द्वारा सजीव एवं जीवंत अभिनय किया गया। श्री रामलीला के मंचन के दौरान रात भर जन समुदाय की बड़ी उपस्थिति रही।
*भूतों का मेला रहा आकर्षण का केंद्र......*
श्री रामलीला समिति के द्वारा आयोजित की जा रही इस रामलीला में अहिरावण के दरबार में भगवान श्री राम और लक्ष्मण की बली दिए जाने की लीला के मंचन के दौरान भूतों के मेला का आयोजन किया जाता है। इसमें भुमका, पड़िहार और भूतों की उपस्थिति का बेहतरीन संयोजन दिखाया गया है। विभिन्न गीतों पर यहां पर भूतों को नाचते हुए दिखाया जाता है। भुमका पड़िहार के द्वारा उनकी समस्याओं को सुनकर निराकरण भी किया जाता है। भूतों के इस मेले में दर्शकगण झूमते नजर आए।
*दशहरा मैदान में आकर्षण का केंद्र बने रावण और मेघनाथ के साथ लोगों ने खींची सेल्फी....*
विजयदशमी के अवसर पर श्री रामलीला समिति के द्वारा निकाले गए विजय जुलूस में रावण (मनीष चौरसिया) और मेघनाथ (नितिन चिंटू बत्रा) भी अपने रथ पर सवार थे। दशहरा मैदान में पहुंचे रावण और मेघनाथ की आकर्षक वेशभूषा, अभिनय कला और रंग रूप को देखकर हर कोई चकित था। यही कारण रहा कि आम और खास व्यक्ति इन दोनों ही कलाकारों के साथ अपनी सेल्फी खींचते नजर आए। इसके अलावा जलते हुए रावण के पुतले की भी लोगों ने अपने मोबाइल से जमकर फोटो खींची है।
*दशहरे पर शहर में भंडारों का देर रात तक चला दौर....*
नगर के विभिन्न दुर्गा पंडालो के द्वारा श्री विजयदशमी के अवसर पर दूरस्थ ग्राम से पधारे ग्रामीणजनों के लिए भंडारे के रूप में प्रसादी का वितरण किया गया। नगर के अंशिका लॉन, श्री नाग मंदिर, विश्वकर्मा मंदिर में देर रात तक भंडारे का दौर चलता रहा। यहां बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थिति देकर भंडारे के रूप में प्रसाद ग्रहण किया।

