जुन्नारदेव।
ग्राम जमकुंडा में शासन-प्रशासन की लचर व्यवस्था से नाराज़ ग्रामीणों ने अपनी पहल पर अस्थाई मोक्षधाम सेड का निर्माण कर मृतक का अंतिम संस्कार किया।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात्रि लगभग 8 बजे रामनाथ आम्रवंशी (45) पिता झाड़ू आम्रवंशी का निधन हो गया। गांव में स्थायी मोक्षधाम न होने के कारण बरसात के बीच ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिस स्थान पर दाह संस्कार किया जाता है, वह वनभूमि के अधीन है। पंचायत द्वारा इस संबंध में आवश्यक अनुमति हेतु आवेदन संबंधित विभागों को पूर्व में ही भेजा जा चुका है, किंतु अब तक अनुमति नहीं मिलने से ग्रामीणों में नाराज़गी है।
तेज बारिश के बीच मजबूर होकर पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से अस्थाई सेड बनाकर अंतिम संस्कार संपन्न कराया। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में भी शव रखकर धरना प्रदर्शन किया गया था, फिर भी जिम्मेदारों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
ग्रामवासियों ने पुनः शासन-प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र स्थायी मोक्षधाम सेड निर्माण की अनुमति प्रदान की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
उपस्थित ग्रामवासी — प्रकाश कुमरे, राकेश खरे, राधेलाल खरे, विजय इवनाती, मनीराम ब्रम्हवंशी, शनिलाल ब्रम्हवंशी, कैलाश ब्रम्हवंशी, सुधीर खरे, नरेंद्र ब्रम्हवंशी, राधेलाल आमरे, दुर्गेश सोनवंशी, अरुण वंसे, मंगलसिंह नागवंशी, मुकेश नागवंशी, वीरेन्द्र नागवंशी, देवेंद्र नागवंशी, आकाश खरे, कन्हैया खोबरे, सुरेश ब्रम्हवंशी, अंशु ब्रम्हवंशी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
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