प्यार और जुनून की आग में खेला गया मौत का खेल, आरोपी शैफाली (मयूरी) पहुंची सलाखों के पीछे
छिंदवाड़ा जिले के थाना जुन्नारदेव के अंतर्गत आने वाली पुलिस चौकी अंबाड़ा क्षेत्र में हुई एक संदिग्ध आत्महत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। ए-टाइप कॉलोनी गुढ़ी निवासी लता मंडवार की मौत के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
जिस सहेली के कंधे पर लता अपना दर्द रोकर हल्का करती थी, वही उसकी मौत की वजह बन गई। जांच में सामने आया कि लता मंडवार और उसकी सहेली अंबाड़ा निवासी शैफाली (मयूरी) श्रीवास्तव के बीच गहरे प्रेम संबंध थे। मयूरी, लता पर उसके पति और बच्चों को छोड़कर अपने साथ रहने का दबाव बना रही थी। जब लता ने समाज और परिवार के डर से इनकार किया, तो मयूरी का प्यार जुनून में बदल गया।
जानकारी के अनुसार, 19 अक्टूबर 2025 को शैफाली (मयूरी) ने लता को परासिया बुलाया। दोनों के बीच कहासुनी के दौरान मयूरी ने अपने पास रखे जहरीले पदार्थ को लता को दे दिया, जिसके सेवन से लता की मौत हो गई।
इस सनसनीखेज़ खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी शैफाली (मयूरी) श्रीवास्तव के खिलाफ अपराध क्रमांक 389/25, धारा 108(बी) एनएस के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
घटना के बाद परिजन, ग्रामीणजन और भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष गौरव सिंह ने पुलिस चौकी अंबाड़ा पहुंचकर ज्ञापन सौंपा था तथा न्याय की मांग की थी। पुलिस अधीक्षक अजय पांडे और थाना प्रभारी राकेश बघेल के मार्गदर्शन में की गई जांच में मोबाइल कॉल डिटेल, चैट और सबूतों ने यह साफ कर दिया कि यह मौत आत्महत्या नहीं, बल्कि प्यार और जुनून की आग में रची गई खौफनाक साजिश थी।
पुलिस का कहना है कि आरोपी मयूरी के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं और मामले की विवेचना आगे भी जारी रहेगी।

