मनेश साहु जुन्नारदेव नगर के जुन्नारदेव रोड स्थित देसी–विदेशी शराब दुकान (विद्यालय और बैंक के सामने) से एक बार फिर रेट-लिस्ट गायब होने का मामला सामने आया है। यह वही दुकान है, जहाँ कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने के बाद आबकारी विभाग ने जांच कर रेट-लिस्ट लगवाई थी। परंतु अब फिर वही कहानी दोहराई जा रही है — अधिकारी जाते हैं, और रेट-लिस्ट गायब हो जाती है!आबकारी विभाग के नियमों के तहत लाईसंस धारी को शराब के दुकान के बाहर सभी शराब की रेट लिस्ट लगाना अनिवार्य है, लेकिन ठेकेदार अपनी मनमर्जी कर शराब दुकान के बाहर रेट लिस्ट लगाना तक उचित नही समझ रहा है, जिससे साफ जाहिर होता है यदि वो रेट लिस्ट लगाता है तो ग्राहक उसी के अनुरूप रूपए देंगे। और जो रूपए अतिरिक्त लिए जा रहे है वो बंद हो जाएंगे। जिससे अधिकारियों की जेब गरम नही कर पाएंगे। पहले भी शिकायते की जा चुकी हे,लेकिन आबकारी महकमा चुप बैठा हे*।
📸 नई तस्वीरें सच बयां कर रही हैं —
पहली फोटो में दुकान का शटर बंद है और रेट-लिस्ट पूरी तरह से गायब, जबकि दूसरी फोटो में रात के समय दुकान पर ग्राहकों की भीड़ है, लेकिन रेट-लिस्ट फिर से नदारद। कार्यालय आबकारी आयुक्त ग्वालियर के पत्र क्रमांक /7-ठेका/शिका./2021/653 दिनांक 14/07/ 2021 के अनुसार मध्यप्रदेश के सभी जिलों से मदिरा की दुकानों पर निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर मदिरा विक्रय किये जाने तथा टेक्स चोरी करने एवं ब्लेक में शराब को बेचे जाने के संबंध में कड़ी कार्यवाही का प्रावधान है
स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया है कि आबकारी विभाग के कुछ अधिकारी इस खेल में शामिल हैं, जो “औपचारिक जांच” दिखाकर सब कुछ ठीक बताकर लौट जाते हैं।
> एक नागरिक ने बताया — “जब अधिकारी आते हैं, तो रेट-लिस्ट टेप से चिपका दी जाती है, और उनके जाते ही हटा दी जाती है। यह सिर्फ दिखावे की जांच है, असली धंधा तो रात में होता है।”
*📢 नागरिकों की मांगें:*
1. जिलाधिकारी और जिला आबकारी अधिकारी तुरंत मौके पर पहुँचें और शराब दुकान की स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण करें।
2. दुकान के पिछले छह माह की बिक्री और बिलिंग का ऑडिट कराया जाए ताकि अवैध वसूली का पता चल सके।
3. निरीक्षण में शामिल अधिकारियों की भूमिका की स्वतंत्र जांच हो, क्योंकि उन्हीं की आंखों के सामने नियम तोड़े जा रहे हैं।
4. CCTV फुटेज जब्त कर जांच में शामिल की जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
5. शिकायतकर्ताओं की पहचान गोपनीय रखी जाए, ताकि आगे भी नागरिक बिना डर शिकायत कर सकें।
📍स्थिति गंभीर —
यह दुकान नगर के सबसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में है, जहाँ पास में स्कूल और बैंक स्थित हैं। नागरिकों ने चिंता जताई है कि बच्चों की सुरक्षा और आम जन की सुविधा दोनों पर खतरा मंडरा रहा है।
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस बार सिर्फ कागजी जांच न हो, बल्कि सख्त कार्रवाई की जाए — ताकि भविष्य में कोई भी शराब दुकान नियमों की अनदेखी करने की हिम्मत न करे।

