🌾 जनपद पंचायत जुन्नारदेव में तालाब और पंचायत भवन निर्माण कार्यों में भारी अनियमितता — जनप्रतिनिधि ने की मुख्यमंत्री से जांच एवं कार्रवाई की मांग
सच की आंखें न्यूज़ (छिंदवाड़ा),
जनपद पंचायत जुन्नारदेव क्षेत्र के अंतर्गत ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (RES) विभाग द्वारा कराए जा रहे अमृत सरोवर, निस्तारी तालाब और पंचायत भवन निर्माण कार्यों में भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं।
इस संबंध में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष गोवर्धन यदुवंशी ने मुख्यमंत्री, कलेक्टर और विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजकर उच्च स्तरीय जांच एवं दोषी अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
📜 पत्र में लगाए गए आरोप:
पत्र के अनुसार अमृत सरोवर और निस्तारी तालाब निर्माण कार्यों में ठेकेदार–अधिकारी गठजोड़, डिज़ाइन मानकों की अनदेखी तथा तकनीकी नियमों का उल्लंघन किया गया है। कई स्थानों पर कार्य अधूरे होने के बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा कार्य पूर्णता प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि यह सभी कार्य मनरेगा इंजीनियर की देखरेख में किए गए, जिन्हें बिना सत्यापन के प्रमाणपत्र दे दिया गया।
🧱 ग्राम पंचायत आरोपित निर्माण स्थल:
1. ग्राम पंचायत पिंडरईकला
2. ग्राम पंचायत रामपुर
3. ग्राम पंचायत हिरदागढ़
4. ग्राम पंचायत मांडई
5. ग्राम पंचायत तूमड़ा
6. ग्राम पंचायत चिकटबरी
7. ग्राम पंचायत तराई
8. ग्राम पंचायत विचबेहरी
9. ग्राम पंचायत झापिया
10. ग्राम पंचायत सांगाखेड़ा
11. ग्राम पंचायत कोल्हिया
जनप्रतिनिधियों ने कहा है कि इन निर्माण कार्यों में बरती गई अनियमितताएं शासन की योजनाओं की पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती हैं।
📌 मांग:
यदुवंशी ने मांग की है कि इन सभी निर्माण कार्यों की संयुक्त जांच टीम गठित कर जांच की जाए तथा जांच पूर्ण होने तक RES के उपयंत्री सतीश सिंह परमार को जनपद पंचायत जुन्नारदेव से अन्यत्र संलग्न किया जाए और किसी अन्य अधिकारी को प्रभार दिया जाए।
🧱 पंचायत भवन निर्माण में भी गड़बड़ी:
RES विभाग पर पंचायत भवन निर्माण कार्यों में भी घटिया सामग्री, तकनीकी त्रुटियों और अधूरे कार्यों के बावजूद भुगतान के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वर्ष 2021–22 में स्वीकृत कई पंचायत भवन कार्यों में पारदर्शिता का अभाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
📤 पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, जबलपुर संभाग के आयुक्त तथा जिला पंचायत छिंदवाड़ा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को भी भेजी गई है।
जनपद उपाध्यक्ष ने कहा है कि “शासन की योजनाओं का लाभ तभी ग्रामीणों तक पहुंचेगा जब निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।”

