तामिया–पातालकोट में शुरू हुई साउथ फिल्मों की शूटिंग, 50 दिनों तक विभिन्न गांवों में चलेगा शूटिंग शेड्यूल
छिंदवाड़ा। सतपुड़ा की मनोहारी घाटियां, ठंड के मौसम में कभी धूप तो कभी कोहरा, चारों ओर हरियाली, पहाड़, गांवों की गलियां और बहते झरने—इन प्राकृतिक नजारों ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री को तामिया की ओर आकर्षित किया है। तामिया–पातालकोट क्षेत्र में तेलगू फिल्म ‘भैरवी’ की शूटिंग शुरू हो चुकी है, जबकि ‘टारगेट’ और ‘आडू बुलेट रा’ की शूटिंग भी शीघ्र प्रारंभ होने वाली है। आने वाले करीब 50 दिनों तक तामिया और आसपास के अंचलों में लगातार फिल्मों व वीडियो एलबम की शूटिंग होगी।
जिला प्रशासन के सहयोग से फिल्मों की शूटिंग के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया गया है। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड और प्रशासन के समन्वय से आवश्यक अनुमतियां समय पर उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे फिल्म यूनिट्स को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। सुरक्षित माहौल और उत्कृष्ट लोकेशन्स के कारण साउथ फिल्म इंडस्ट्री का झुकाव तामिया की ओर लगातार बढ़ रहा है।
फिल्म यूनिट्स ने तामिया, पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस, पाटन गांव, तामिया व्यू प्वाइंट, तुलतुला मंदिर और तामिया बाजार सहित कई आकर्षक लोकेशन्स को फाइनल किया है। इसके अलावा मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा विकसित पर्यटन ग्राम काजरा और सावरवानी में भी शूटिंग होगी, जहां होम-स्टे को स्क्रीन पर दिखाया जाएगा।
कोलंबस मल्टीमीडिया के लाइन प्रोड्यूसर उमरगुल खान ने बताया कि तामिया के लोगों का खुशमिजाज व्यवहार, सादगी, सुरक्षित वातावरण और बेहतरीन लोकेशन्स फिल्म निर्माताओं को यहां खींच रहे हैं। प्रयास है कि अधिक से अधिक फिल्मों की शूटिंग तामिया में हो।
शूटिंग के चलते स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। तकनीकी स्टाफ में स्थानीय युवाओं को शामिल किया जा रहा है। होटल, कैटरिंग, ट्रेवल्स, पेंटिंग और अन्य सेवाओं से जुड़े लोगों को भी काम मिल रहा है। स्थानीय कलाकारों को भी फिल्मों में अवसर दिए जा रहे हैं। तामिया के आकाश मंडराह और अमन सरवैया अपनी टीम के साथ इन फिल्मों में असिस्टेंट लाइन प्रोड्यूसर की भूमिका निभाएंगे।
साउथ की जानी-मानी प्रोड्यूसर विजयलक्ष्मी गुड़लुरी और डायरेक्टर अशोक (भैरवी), बी. माधव रेड्डी और डायरेक्टर कट्टा श्रीनिवासा (आडू बुलेट रा), तथा प्रोड्यूसर शेख नईम अहमद और डायरेक्टर तनिषा रूपा ने शूटिंग के लिए तामिया क्षेत्र की लोकेशन्स को अंतिम रूप दिया है।
तामिया की वादियों में शुरू हुई यह फिल्मी हलचल न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा दे रही है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई गति दे रही है।

