रेलवे व एमपी आरडीसी का होगा जॉइंट सर्वे, समस्या का निकलेगा हाल
अंडरपास में आ रही तकनीकी समस्या
जुन्नारदेव।नगर जुन्नारदेव में एमपीआरडीसी के द्वारा ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है. वही नागरिकों को अंडरपास का भी इंतजार है. एमपीआरडीसी के द्वारा प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश सड़क क्षेत्र परियोजना में सार्वजनिक निजी भागीदारी के पुनर्वास और उन्नयन के लिए सिविल अनुबंध पैकेज संख्या 17 बी तामिया -जुन्नारदेव रोड व ओवर ब्रिज एवं अंडरपास बनाया जाना था. जिसकी लागत 133 करोड़ है. इस परियोजना मे मुख्य विशेषता रेलवे ओवर ब्रिज और रेलवे अंडर ब्रिज बनना है. उक्त कार्य मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन और सेंट्रल रेलवे नागपुर डिवीज़न के द्वारा संयुक्त रूप से होना है. इस ओवर ब्रिज निर्माणकार्य में अंडर पास भी बनाया जाना प्रस्तावित है. इधर ओवर ब्रिज का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है तो वहीं अंडरपास का निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हुआ है. ज्ञात हो कि नगर में बने इस ओवरब्रिज के निर्माण कार्य के बाद वार्ड क्रमांक 10, 12, व 16 अहबाब पूरा व स्टेशन के सामने रहने वाले नागरिकों एवं स्कूली बच्चों,वार्ड में रहने वाले विकलांगों को प्रतिदिन आवागमन के लिए ओवरब्रिज का लंबा रास्ता तय कर जुन्नारदेव नगर में आना पड़ेगा.यदि इस निर्माण कार्य के साथ अंडरपास का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो जाता है तो निश्चित ही इन नागरिकों को शहर के भीतर आने-जाने एवं स्वास्थ्य केंद्र जाने में बेहतर सुविधा मिल सकेगी. वर्तमान में निर्माण कंपनी के द्वारा ओवर ब्रिज पर रेलवे फाटक के दोनों और लोहे की सीढ़ियां तो बना दी गई है किंतु इस सीढ़ी पर पैदल चलने वाले व आंशिक विकलांग, वृद्ध जनों, स्कूली बच्चों को इस सीढ़ी से चढ़कर ओवरब्रिज पर पहुंचना पड़ेगा इसके बाद वह शहर के अंदर प्रवेश करेंगे.यदि अंडरपास का निर्माण हो जाता है तो लोगों को वा इस समस्या से पीड़ित नागरिकों को इतनी परेशानी ना उठाते हुए अंडरपास का उपयोग करते हुए जुन्नारदेव नगर में आने में खासी सुविधा मिल सकेगी. अंडर पास बनाने के लिए एमपीआरडीसी व रेलवे के संयुक्त दल के द्वारा निरीक्षण किया जाना तय है. सूत्रों की माने तो अंडरपास के बनने के पश्चात यहां जल भराव होगा जिससे नागरिकों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा लेकिन शहर के नागरिकों का यह भी मत है कि यदि अंडरपास का निर्माण कार्य कराया जा रहा है तो जल निकासी के लिए अन्य वैकल्पिक साधनों का उपयोग कर अंडर पास बनाया जा सकता है. अंडरपास के निर्माण के पश्चात हॉस्पिटल जाने वाले वाहनों, नागरिकों,थोक सब्जी मंडी जाने वाले चार पहिया वाहनों को भी सुविधा मिल सकेगी.इसके कारण ओवरब्रिज पर चढ़ते समय बड़े वाहनों के घुमाओ के दौरान जाम की स्थिति पैदा नहीं होगी. फिलहाल नागरिकों का यह मानना है की बड़े-बड़े शहरों में ऐसे अंडर पास के आसपास छोटे तालाब होने के बाद भी अंडर पास बनाया जा सकता है तो फिर जुन्नारदेव शहर में क्यों नहीं. सालों से बंधा रोड रेलवे फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज व अंडरपास बनाने की मांग शहरवासी कर रहे हैं। रेलवे की योजना के अनुसार भविष्य में इन रेल फाटकों को पूर्णता बंद किया जाना तय है.तब इस स्थिति में वार्ड क्रमांक10, 12, 16 के नागरिकों व स्कूली बच्चों को शासकीय स्वास्थ्य केंद्र जाने एवं बाजार आने के लिए ओवरब्रिज का लंबा व ऊंचा रास्ता तय कर नगर में आना पड़ेगा. फिलहाल ओवर ब्रिज के बन जाने के बाद वाहन चालकों को रेलवे फाटक बंद होने पर जाम की स्थिति से तो निजात मिल जाऐगी. ज्ञात हो कि फिलहाल एक दिन में 13 से ज्यादा बार ट्रेनों के आवागमन पर रेलवे फाटक को बंद किया जाता है। फिलहाल एमपी आरडीसी के पास समस्त दस्तावेज कार्रवाई भी पूर्ण की जा चुकी है.
क्या कहना है इनका...
ओवर ब्रिज निर्माण कार्य के साथ अंडरपास का निर्माण भी किया जाना पूर्व से ही सुनिश्चित है. यह हमारी प्राथमिकता है.निर्माण कार्य अंडरपास का अवश्य होगा.
गोपाल सिंग, चीफ इंजीनियर एमपीआरडीसी भोपाल
आगामी कुछ ही दिनों में रेलवे वी एमपीआरडीसी के साथ ज्वाइंट सर्वे कार्य कर अंडर पास में आ रही तकनीकी समस्याओं को दूर कर इसका निर्माण कार्य कुछ ही माह में प्रारंभ किया जाएगा.
दीपक आड़े, डी एम एमपी आरडीसी
रेलवे व मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर इस कार्यकार्य को करने का पूरा प्रयास किया जाएगा,जो नागरिक लाइन के उस तरफ रहते हैं उन्हें सुविधा मिल सकेगी एवं मंडी व अस्पताल जाने वाले वाहनों को भी सुगमता होगी.
रमेश सालोढे,नगर पालिका अध्यक्ष
अंडरपास निर्माण कार्य का पूर्व में सर्वे के दौरान तकनीकी समस्या आ रही है. जिसे विभाग लिखित रूप से समस्या का निदान करने हेतु सुझाव देगा तो हम निश्चित ही इसका कार्य शुरू करेंगे.
रंजीत सिंह,प्रोजेक्ट मैनेजर
अंडरपास के अभाव में वार्ड के नागरिकों को घूमकर चर्च तिराहा पहुंचकर ओवर ब्रिज से मार्केट जाना पड़ेगा जो काफी कठिन है इसका निर्माण होना चाहिए.
इमरोज खान, वार्ड वासी
इस निर्माण से खासतौर पर पैदल बाजार जाने वाले बुजुर्गों को सुविधा होगी. इसका निर्माण अवश्य ही होना चाहिए. गयासुद्दीन खान, वार्ड वासी
अंडरपास के निर्माण के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आने वाले इमरजेंसी के समय एंबुलेंस व सब्जी मंडी जाने वाले वाहनों को ओवरब्रिज से ना आकर अंडरपास से सीधे आने की सुविधा मिल सकेगी. जिससे बैंकों के सामने जाम की स्थिति निर्मित नहीं होगी.
अरुणेश जायसवाल, पार्षद वार्ड क्रमांक 10
भविष्य में यदि अंडर पास नहीं बनता है और रेलवे के द्वारा यदि रेलवे फाटक बंद कर दिया जाता है पूर्ण रूप से तो हमें शाला पहुंचने के लिए ओवर ब्रिज चढ़कर आना पड़ेगा जिसमें हमारा समय व कठिनाइयां हमें अवश्य रूप से होगी.
रोहित मालवीय,स्कूली छात्र
वार्ड के स्कूली बच्चे व वृद्ध एवं विकलांग जनों को इस अंडरपास बनने के बाद बाजार जाने में आसानी होगी. यह निर्माण कार्य होना चाहिए.
राजेंद्र सूर्यवंशी,पार्षद वार्ड 12

