छिंदवाड़ा से नरसिंहपुर नेशनल हाईवे मार्ग फिर गड्ढों में हुआ तब्दील
लोगों का होता है आए दिन मौत से मुकाबला
पेंच नदी से राजाखोह तक सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे
जिम्मेदार एन एच विभाग के आला अधिकारी डामलीकरण के नाम पर कर रहे हैं सिर्फ खानापूर्ति
जिम्मेदार महकमे का नही है कोई सरोकार
चलने बाले लोग जान को जोखिम में डालकर चलने को है मजबूर
एनएच विभाग ओर ठेकेदार की लापरवाही से आए दिन हो रहे अनेक हादसे फिर भी प्रशासन मौन
सिगोडी:-छिंदवाडा से अमरवाडा नेशनल हाईवे मुख्य मार्ग में डामलीकरण के नाम पर एन एच विभाग और ठेकेदार सिर्फ खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं कर रहे है।वही इस मार्ग पर अनेको जगह तो बनी बनाई नई सड़क का निर्माण हुआ और सड़क चंद दिनो में उखड़ गई।जिससे सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई।जिससे साफ साफ जाहिर होता है कि एन एच विभाग के ठेकेदारों की लापरवाही और अधिकारियों की मिलीभगत से एन एच मार्ग छिंदवाड़ा से नरसिंहपुर का निर्माण कार्य चल रहा है जो कि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है।यह हम नही यहां की सड़के अपनी तस्वीर खुद वा खुद स्वयं अपनी व्यथा कह रही हैं कि ठेकेदारों ने पुरानी सड़कों को उखाड़कर नई सड़के तो बनाई लेकिन पहली ही बारिश ने सड़क की पोल खोल दी और सड़क उखड़ गई और अब वह गड्ढे में तब्दील हो गई।इस सड़क मार्ग की जमीनी हकीकत यहां और कुछ देखने को मिल रही है भले ही निर्माण कार्य एजेंसिया और एनएच विभाग के जिम्मेदार लोग बदहाल सड़कों पर अपनी गलती छुपाने के लिए चाहे कितनी भी सफाई दे दे मगर सच तो सबके सामने ही है और किसी से छुपी भी नहीं है लेकिन छिंदवाड़ा से अमरवाड़ा नेशनल हाईवे पर चलना यात्रियों के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। खासकर पेंच नदी से राजाखोह तक सड़क है कि नही समझ ही नही आता। सड़को के हाल बहुत बेकार एवं बदहाल है साहब अब तो सड़कों का काम चालू करवा दो नहीं तो कितने लोग इस मार्ग से अपनी जान गवा देंगे।मुख्य मार्ग होने पर वाहनों की आवाजाही रहती है।जिससे वाहन चालको को दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है।इस सड़क में अब तक कई दुपहिया वाहन चालक रपटकर और गड्ढों के कारण गिरकर घायल हो चुके हैं।आलम यह है कि इतनी सारी घटनाओं ओर दुर्घटनाओं को देखने के बाद भी विभागीय अधिकारी का इस ओर जरा भी ध्यान नहीं है।सूत्रों की माने तो छिंदवाडा नरसिंहपुर नेशनल हाईवे मुख्य मार्ग के गड्ढों की पुराई की बात हो या फिर कुछ जगह पर डामलीकरण हो अनियमितताएं तो देखने को मिल रही है क्या इसमें ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत तो नहीं है यह सवाल अब लोगों के द्वारा सुनने को मिल रहे हैं वैसे तो छिंदवाड़ा जिले से नरसिंहपुर मुख्य मार्ग नेशनल हाईवे पर वाहनों से ओर पैदलचलने वालो को लेकर राहगीर अपनी जान को हथेली में रखकर चलने को मजबूर हैं।किंतु कुंभकर्णीय नींद सोए अधिकारियो को किसी की जान से कोई मतलब नही उन्हे तो सिर्फ अपने कमीसन से मतलब है यदि जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ नही हुआ तो क्षेत्र के लोग वृहद आंदोलन करने को मजबूर होंगे।



