वर्तमान समय मे आधुनिक शिक्षा में नित्य नये परिवर्तन हो रहे है।शिक्षा बच्चे के सर्वांगीण विकास में सार्थक सिद्ध हो इसी मँसा से शासन प्रशासन द्वारा शिक्षा मे नित्य नई तकनीक का समावेश किया जा रहा है।इसी तारतम्य को ध्यान मे रखते हुए बच्चो को अपनी सांस्कृतिक परंपराओ से परिचय कराना, खेल खेल में शिक्षित करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित हुआ।शिक्षा ना सिर्फ ज्ञान प्राप्ति बल्कि संपूर्ण व्यक्तित्व विकास में सार्थक सिद्ध हो रही है।वही प्राइवेट सेक्टर में शिक्षा के साथ-साथ संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के गुर भी सिखाए जा रहे हैं। इसी तारतम्य में
एस एस जे पब्लिक स्कूल हिरदागढ़ मे नन्हे-मुन्ने बच्चों का संपूर्ण यह फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता सम्पन्न हुई।नर्सरी से क्लास 6 तक के बच्चो ने अपना किरदार बखुबी निभाया।स्कूल संचालक कविता झाम द्वारा कहा गया कि नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए इस तरह के कार्यक्रम उनके व्यक्तित्व विकास में सार्थक सिद्ध होंगे जहां पर बच्चे नन्ही उम्र से ही स्टेज पर अभिनय कर आने वाले भविष्य में इसे बेहतर भविष्य के रूप में तलाश सकते हैं।कार्यक्रम को पूर्ण सफलता प्रदान करने में समस्त शाला प्रबंधन और शिक्षिकाओं का विशेष योगदान रहा।
बच्चों के बीच फैंसी ड्रेस, एवं गरबा का आयोजन किया गया।बच्चों ने किरदार बखूबी निभाया। जिसमें नर्सरी से मितांश बत्रा,सुशांत कुडोपे हनुमान की भूमिका में, धनराज आहके रावण की भूमिका में, विशाल यदुवंशी भरत की भूमिका,दयानंद राम, रणवीर वानखडे हनुमान, धीरज अगंद की भूमि मे,नवदुर्गा की भूमिका देविका, नव्या यदुवंशी, विशाखा, गुनगुन, पूजा काली जी, पूर्वी निरापुरे बंगाली की दुर्गा जी,देवांशी,नेहा,प्रशंसा, खुशी, (शबरी की भूमिका मे) निशा, रीतिका (शैलपुत्री देवी) काजल राधिका, राजवीर, सभी बच्चो ने अपनी भूमिका बखूबी निभाई। शिक्षिकाएँ संध्या, रेखा, पिंकी, किरण,दिव्या, मनीषा, सभी शिक्षिकाओ की विशेष भुमिका रही। कार्यक्रम समाप्ति उपरांत शाला संचालिका द्वारा पालको का आभार व्यक्त किया गया एवं बच्चो के ऊज्जवल भविष्य की कामना की गई।


