वर्ड वॉचिंग के दूसरे दिन किसी को दिखा इंडियन ग्रे हार्नबिल तो किसी को दिखा ब्लेक ड्रोंगो मकड़ियों के जाले और दीमक के टीले देख जानी जैव विविधता
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वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के तीसरे दिन वन विभाग द्वारा आयोजित पक्षी दर्शन कार्यक्रम के अंतर्गत ज्ञान ज्योति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के ईको क्लब के बच्चे एवं बालाजी पब्लिक स्कूल के ईको क्लब के बच्चों ने वर्ड वॉचिंग का लुफ्त उठाया । सुबह-सुबह 6 बजे पोआमा स्थित वानिकी अनुसंधान केंद्र के जंगल क्षेत्र में स्कूली बच्चों ने अपने साथ बायनाकुलर से पक्षियों को निहारा और खुश हो गए । नन्हे- नन्हे वर्डवॉचर ने अपने साथ पक्षी विशेषज्ञ निखिल राउत, जैव विविधता बोर्ड से जुड़े रिसर्चर काशी राम, वानिकी अनुसंधान केन्द्र की वैज्ञानिक डॉ.विशाखा, डॉ.खोबरागड़े, ईको क्लब के जिला नोडल अधिकारी एवं अनुभूति के मास्टर ट्रेनर विनोद तिवारी, समाजसेवी श्यामल राव, वन परिक्षेत्र अधिकारी अंचल भारद्वाज के साथ जंगल के राज को करीब से जाना पक्षी विशेषज्ञों ने सभी बच्चो को वर्ड वाचिंग की बारीकियों से अवगत कराते हुए विलुप्त प्रजाति के पक्षियों की जानकारी दी । बच्चों ने अपने-अपने मोबाइल कैमरे में अनेकों पक्षियों के फोटो को कैद करते हुए वर्ड वाचिंग की । बच्चों ने पक्षियों में किंग फिसर, ड्रोंगो, क्रेटेड स्रपेंट ईगल, पैराकिट, पपीहा, ग्रीन बीईटर, इंडियन ग्रे हार्नबिल, रेड वेटेड बुलबुल, पैरेंट, पिकाक सहित अनेकों दुर्लब पक्षियों को देखा । जंगल में जहां एक और पक्षियों को देखकर बच्चे गदगद हुए वही अनेकों तितलियों को देखकर विशेषज्ञों से कामन क्रो, कामन सैलर, कामन लेपड, लाइम बटरफलाई, कामन ग्रास एलो सहित अन्य तितलियों को देखा। बच्चों ने पीपल, बड़, चिरोंजी व महुए के वृक्षों सहित नव ग्रह वाटिका में लगे ओषधि पौधों के बारे में वानिकी अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों से जाना। डब्लू डब्लू एफ के जिला समन्वयक विनोद तिवारी ने बच्चों को वन्य जीवों के रहवास वृक्ष में नेस्ट बनाकर और खोह में मकड़ी जाले, दीमक के घरोंदे सहित जंगल की शुध्द प्राण वायु सहित जंगल की प्रत्येक पर्यावरणीय गतिविधियो की जानकारी साझा की । अंत में वन्य एवं वन प्राणियों से जुड़े प्रश्नोत्तरी से बच्चों के ज्ञान को जाना और सही जवाब देने वाले बच्चों को डब्लू डब्लू एफ की ओर से सुंदर-सुंदर वन्य जीवों के चित्रों के पोस्टर भेंट किए। सभी मार्गदर्शी पर्यावरण जानकारों को जैव विविधता बोर्ड की ओर से काशीनाथ ने हमारे टाइगर पर आधारित पुस्तक भेट की। वन विभाग की ओर रेंज आफिसर भारद्वाज ने कहा की दोनों दिन चारो स्कूल के बच्चों ने जो वर्ड वॉचिंग की उन्हें पक्षी विशेषज्ञों ने इतनी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की आप सभी बच्चों के वन एवं वन्य जीवों के प्रति नई सोच पैदा हुई होगी जो आपको ताउम्र याद रहेगी । उन्होंने सभी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित किया की वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह को सभी के सहयोग से और रोचक बना दिया है। इस अवसर पर बच्चों के साथ उनके मार्गदर्शी शिक्षक एवं वन विभाग से श्री दिनेश वर्मा सहित वन अमला, बीएसडब्ल्यू के विद्यार्थी उपस्थित थे।


