विभिन्न कंपनियों के लिए 265 आवेदकों का चयन कर ऑफर लेटर वितरित 82 स्व-सहायता समूहों को 1.15 करोड़ रुपए की राशि का वितरण संत रविदास स्वरोजागर योजना एवं डॉ.भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना के अंतर्गत कुल 22.28 लाख रुपए की राशि का वितरण
राज्य शासन के निर्देशानुसार मध्यप्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम श्रृंखला में आत्मनिर्भर भारत के तहत एक जिला एक उत्पाद एवं रोजगार दिवस का जिला कार्यक्रम शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय के सामने स्थित ग्राउंड में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य श्री विवेक साहू, पूर्व मंत्री श्री चौधरी चंद्रभान सिंह, उन्नतशील कृषक श्री मेरसिंह व अन्य जनप्रतिनिधियों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरेंद्र नारायण व एसडीएम श्री अतुल सिंह सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा दीप प्रज्जवलन, कन्या पूजन और मध्यप्रदेश गान से किया गया। उल्लेखनीय है कि जिले में एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत संतरा का चयन किया गया है, जिसकी कार्यशाला का आयोजन भी कार्यक्रम में किया गया। कार्यक्रम का आयोजन 3 विभागों जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, उद्यान विभाग और जिला रोजगार कार्यालय के संयुक्त तत्वाधान में किया गया था। कार्यक्रम में विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं से संबंधित विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए थे और 17 कंपनियों द्वारा रोजगार हेतु युवाओं के चयन के लिए सहभागिता की गई। मौके पर विभिन्न हितग्राहियों को हितलाभों का वितरण भी किया गया।
कार्यक्रम में उप संचालक उद्यानिकी श्री एम.एल.उइके द्वारा संक्षिप्त परिचय देते हुये बताया गया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य जिले के उद्यमी, किसान और बेरोजगार युवाओं को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन और एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत स्थापित की जाने वाली प्रसंस्करण इकाईयों की विस्तार से जानकारी देना है । जिले के उन्नतशील कृषक श्री मेर सिंह ने युवाओं को नवीन तकनीकी को अपनाते हुए मिश्रित कृषि के लाभों से अवगत कराया एवं उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर कृषि को भी लाभ के व्यवसाय के रूप में अपनाने और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया । इस अवसर पर जिला आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य श्री साहू ने कहा कि हम मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस कार्यक्रमों की श्रृंखला में चौथे दिन इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए जिले के युवाओं को उत्साहपूर्वक आगे आने और शासकीय योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि न केवल स्वयं आत्मनिर्भर बने, बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार देने वाला बने।
मंच से वितरित हितलाभ - कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा संचालित मुख्यमंत्री उद्यम कांति योजना के अंतर्गत 7 हितग्राहियों को कुल 17.57 लाख रुपए की राशि का वितरण किया गया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 82 स्व-सहायता समूहों को 1.15 करोड़ रूपये की राशि, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के 10 हितग्राहियों को एक लाख रुपए की राशि और पीएमएफएमई योजना के 44 हितग्राहियों को 18.45 लाख रूपये की राशि का वितरण किया गया और जिला शहरी विकास अभिकरण के अंतर्गत मुख्यमंत्री शहरी स्वरोजगार योजना के एक हितग्राही को ई-रिक्शा की चाबी प्रदाय की गई। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अन्तर्गत 2 हितग्राहियों को 30 हजार रुपए की राशि का वितरण किया गया। जिला अंत्यावसायी विभाग द्वारा संचालित संत रविदास स्वरोजागर योजना एवं डॉ.भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना के अंतर्गत 22.28 लाख रुपए की राशि का वितरण किया गया। आदिवासी वित्त विकास निगम द्वारा संचालित भगवान बिरसा मुण्डा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत 2 हितग्राहियों को 3 लाख रुपए, हाथकरघा कार्यालय सौंसर द्वारा संचालित बुनकर मुद्रा योजना के अन्तर्गत 5 हितग्राहियों को 2.50 लाख रुपए की राशि का वितरण किया गया। निजी कंपनियों में रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से प्लेसमेंट ड्राईव आयोजित किये जा रहे हैं। चालू वित्तीय वर्ष में 59 रोजगार मेले आयोजित किये गये जिसमें जिला रोजगार कार्यालय, शासकीय आई.टी.आई, आजीविका मिशन, शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज परासिया और सतपुड़ा आई.टी.आई. द्वारा सहभागिता की जाकर 17 कंपनियों में रोजगार के लिये 700 युवाओं द्वारा भाग लिया गया तथा 265 आवेदकों को चयनित किया जाकर ऑफर लेटर प्रदान किये गये।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित - कार्यक्रम में श्री अंकुर शुक्ला व श्री रोहित पोफली सहित अन्य अतिथियों के अलावा उप संचालक कृषि श्री जितेन्द्र सिंह, जिला अग्रणी प्रबंधक श्री प्रकाश भंडारे, जिला रोजगार अधिकारी सुश्री माधुरी भलावी, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री जी.के.हरणे, जिला परियोजना प्रबंधक राज्य ग्रामीण आजिविका मिशन श्रीमती रेखा अहिरवार, कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक, नाबार्ड के अधिकारी, नागरिकगण और बड़ी संख्या में हितग्राही उपस्थित थे।

